मुख्यमंत्री कन्यादान प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सोमवार को छिंदवाड़ा के इनर ग्राउण्ड पर हुए सामूहिक विवाह में 1334 बेटियों की शादी का रिकॉर्ड बना।
नगर निगम और जिला पंचायत के बैनर तले इनर ग्राउण्ड में हुए सामूहिक विवाह में बारात तो ऐसी थी कि दूल्हों की संख्या के आगे इंतजाम कम पड़ गए। केवल 10 फीसदी दूल्हों को घोड़े, बग्घी, ऊंट मिल पाया, शेष दूल्हों को पैदल ही सडक़ नापनी पड़ी।
दोपहर 12 बजे पोला ग्राउण्ड से बारात निकली तो प्रभारी मंत्री समेत अन्य नेता खुशी से झूम उठे।
विवाह समारोह में जनसैलाब से वर-वधुओं के मिलान करते समय काफी मशक्कत करनी पड़ी। कहीं दूल्हे तो कहीं दुल्हन का इंतजार करना पड़ा।
प्रभारी मंत्री ने विवाह संस्कार में एक वेदी पर बैठे वर-वधुओं में भगतराम यादव व स्वाति यादव, रीतेश कुमार अहके व भागवंती सरयाम, लवकेश यदुवंशी व रूपा सल्लाम और दीपक इवनाती व नीलकुमारी तुमराम के जोड़ों के साथ बैठकर पूजा अर्चना की एवं कन्यादान किया।
विवाह समारोह होने के बाद निगम कर्मचारियों ने डेनियलसन कॉलेज से प्रत्येक जोड़े को बुलाकर 11 हजार रुपए के चेक वितरित किए।
महापौर ने विवाह में निभाया दायित्व,मंच से राजनीतिक उपेक्षा की निंदा महापौर विक्रम अहके ने प्रभारी मंंत्री के साथ मंच साझा किया और सामूहिक विवाह में पद की भूमिका का निर्वहन किया। महापौर ने सडक़ दुर्घटना में घायल जोड़ों की शीघ्र शादी कराकर एम्बुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल भी पहुंचाया।
निगम के टेंडर होने के बाद टेंट और भोजन का इंतजाम ठीक रहा। निगम अधिकारियों का कहना रहा कि करीब 50 हजार लोग समारोह में पहुंचे और भोजन किया। निगम अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैद नजर आए।