त्योहार व राष्ट्रीय पर्व की नहीं मिलती राशि
अन्य शिक्षकों की तरह अतिथि शिक्षकों को राष्ट्रीय पर्व और दीपावली, दशहरा जैसे त्योहारों की भी राशि नहीं मिलती। त्योहारों में जब घर को अघिक खर्च की जरूरत पड़ती है तब उनके घर का बजट स्कूलों की छुट्टियों के कारण बिगड़ जाता है। कई बार तो एक माह में सिर्फ 15 दिन ही काम मिल पाता है। हर साल ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया से भर्ती की जाती है, इसमें यदि कोई और अधिक अंक वाला अतिथि शिक्षक स्कूल के लिए पहुंच जाता है तो पहले से पढ़ाने वाले को जगह नहीं मिलती। ऐसे में रोजगार के लिए घर-गांव से दूर भी जाना पड़ जाता है।