एक्सीलेंस कॉलेज में न्यूनतम 50 हजार से तीन लाख तक पुस्तक एवं 50 से 500 तक पीरियाडिकल्स, डिस्प्ले तथा स्टेक रूम, कैटेलॉग रूम, जनरल रीडिंग रूम-दो(प्रत्येक 400 वर्ग मी.), पीरियाडिकल्स रीडिंग रूम-वन(400 वर्ग मीटर), स्पेशल रीडिंग रूम-1(400 वर्ग मी.) सहित अन्य सुविधा होगी।
विभाग की योजना के अनुसार जिले समेत प्रदेश के सभी शासकीय कॉलेज में न्यूनतम एक रिसर्च लैब, एक स्किल डेवलपमेंट लैब तथा एक लैंग्वेज लैब की सभी सुविधा दी जाएगी।
कॉलेज में आवश्यकता एवं प्राथमिकता के अनुसार 100 सीटर गल्र्स एवं बॉयज हॉस्टल भी बनाया जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक कॉलेज में कम से कम तीन सेमीनार हॉल एवं एक ऑडिटोरियम बनाया जाएगा।
उच्च शिक्षा विभाग की योजना के अुनसार एक्सीलेंस कॉलेज में कैंटीन, हेल्थ सुविधा, स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, कवर्ड पार्किंग एवं स्टाफ रेसीडेंस बनाया जाएगा। इसके अलावा पूर्ण बाउंड्रीवॉल, एकरुपता के साथ मेन गेट एवं कॉलेज के नाम का बोर्ड, उपलब्ध भूमि के अनुसार मैन्डस्केपिंग, फायर सेफ्टी प्रावधान, रेन वाटर हार्वेस्टिग एवं सोलर एनर्जी प्रावधान होगा।
उच्च शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग की योजना है कि चरणबद्ध रूप से सभी सुविधाएं एक्सीलेंस कॉलेज के अलावा सभी शासकीय कॉलेजों में प्रदान की जाएंगी। इसके लिए योजना बन चुकी है।
3 करोड़ 74 लाख रुपए की लागत से चरणबद्ध रूप से एक्सीलेंस कॉलेज में सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसमें सेमीनार हॉल, कवर्ड कैम्पस एवं रिचर्स लैब सहित अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
डॉ. लक्ष्मीचंद, प्राचार्य, एक्सीलेंस कॉलेज, छिंदवाड़ा