छिंदवाड़ाPublished: Jun 19, 2018 04:52:57 pm
arun garhewal
मोहखेड़ विकासखंड के प्राथमिक शाला पौनारी में प्रधान पाठक आशुतोष तिवारी के प्रयासों से जनसहयोग के माध्यम से छात्रों को डेस्क बैंच, बैग एवं कापियां उपलब्ध कराई।
डेस्क, बैंच और कापियां पाकर खुश हुए बच्चे
छिंदवाड़ा. मोहखेड़. कलेक्टर वेदप्रकाश एवं मुख्यकार्यपालन अधिकारी रोहित सिंह के मार्गदर्शन में जि़ले में सर्व शिक्षा अभियान के अंर्तगत शालाओं में उपहार योजना एवं जनभागीदारी से कार्य किए जा रहे है। मोहखेड़ विकासखंड के प्राथमिक शाला पौनारी में प्रधान पाठक आशुतोष तिवारी के प्रयासों से जनसहयोग के माध्यम से छात्रों को डेस्क बैंच, बैग एवं कापियां उपलब्ध कराई। डीपीसी जीएल साहू ने बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता के साथ शाला परिसर की साफ सफाई, कक्षों की साज सज्जा सहायक शिक्षण सामग्री, खेल सामग्री आदि की सराहना कर पौनारी स्कूल को आदर्श स्कूल का दर्जा दिया।
कार्यक्रम का संचालन बीएसी अरविंद भट्ट ने किया। उपहार कार्यक्रम में जि़ला परियोजना समन्वयक जीएल साहू, एपीसी संजय दुबे, संकुल प्राचार्य लिंगा महावीर प्रसाद भारती, बीसापुर मनोहर भलावी, विकासखंड स्तोत्र समन्वयक शशि वाहने, मनोज कोलारे, वीके चौबे पूर्व असिस्टेंट सेल्सटैक्स कमिश्नर, जनशिक्षक वीरेंद्र ठाकुर शाला प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सावित्री उईके, उपाध्यक्ष सन्तराम यादव, पूर्व सरपंच कमलाकर हुलड़े, सुनील उईके, सन्तोष चौरे आदि उपस्थित रहे। स्कूल को उपहार में सिसोदिया परिवार के द्वारा 14 सेट डेस्क बैंच, अशोक देशपांडे ने 24 नग स्कूल बैग, डॉ. आभा सन्देश जैन, अलका प्रदीप शर्मा एवं शांति कृष्ण कुमार द्विवेदी के माध्यम से सभी बच्चों के लिए कॉपियों के सेट दिया गया।
सामग्री परिवहन में संजू चौरे का सहयोग रहा। अतिथियों का आभार प्रदर्शन शिक्षक गोपाल बरकोरिया ने किया। ज्ञातव्य हो कि गत शैक्षणिक सत्र में पूर्व जिला कलेक्टर जेके जैन ने भी पौनारी शाला का भ्रमण कर छात्रों की शैक्षणिक योग्यता एवं उपहार योजना में किए गए कार्यों की सराहना की थी।
वहीं शासकीय विज्ञान महाविद्यालय पांढुरना में संचालित इग्नू विशेष अध्ययन केंन्द्र द्वारा प्रवेश जारी है। वर्तमान में इस केंन्द्र से विभिन्न प्रकार के शैक्षणिक व रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम जिनमें बीपीपी, बी.ए., बीएससी, बीकॉम, आहार एवं पोषण में प्रमाण-पत्र, प्रयोगशाला तकनीक में प्रमाण-पत्र, मानव अधिकार विषय में प्रमाण-पत्र, पर्यावरण अध्ययन में प्रमाण -पत्र, एचआईवी परिवार शिक्षा में प्रमाण-पत्र, एचआईवी व परिवार शिक्षा में डिप्लोमा तथा पोषण व पोषण व स्वास्थ्य शिक्षा में डिप्लोमा आदि कराए जा रहे है।