छिंदवाड़ाPublished: Jan 27, 2019 06:14:40 pm
Sanjay Kumar Dandale
मौसम की मार झेल चुके किसानों ने जैंस-तैसे रबी सीजन में अच्छी फसल की उम्मीद लगाए बैंठे थे किंतु ओलावृष्टि ने फसल बर्बाद कर दी और पहले कम वर्षा ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरा था वहीं अब बची कसर जंगली जानवर पूरी कर रहे हैं।
Harvest waste
मोहखेेड़ . किसानों पर पहले मौसम की मार और अब जंगली जानवर कहर बनकर टूट रहे है। मौसम की मार झेल चुके किसानों ने जैंस-तैसे रबी सीजन में अच्छी फसल की उम्मीद लगाए बैंठे थे किंतु ओलावृष्टि ने फसला बर्बाद कर दी और पहले कम वर्षा ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरा था वहीं अब बची कसर जंगली जानवर पूरी कर रहे हैं। हैं।
दरअसल अंचल में जंगली सूअर, हिरण सहित अन्य जानवरों किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। जंगली सूकर खड़ी फसल गेहूं, चना, बटाना आदि फसलों को तहस-नहस कर चुके है। ग्राम सारोठ, धरमपुर, मोहखेड़ क्षेत्र समेत आसपास के दर्जन भर गांवों के किसान परेशान हो रहे हैं। मोहखेड़ क्षेत्र से एक किमी समीप ग्राम सारोठ धरमपुर में पढंरी पवार के खेत में बीती रात दर्जनों जंगली सूअरों के धावा बोल दिया। फसलों की तबाही से किसान के आंखों से आंसू बहने लगे हैं। अब किसान प्रशासन से क्षेत्र का सर्वे कर मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
इन क्षेत्र में ज्यादा परेशानी: सारोठ, धरमपुर, छाबड़ी, सतनूर, लोहांगी, सिंगपुर, गढमऊ सहित अन्य गांवों के किसान जंगली जानवरों से अधिक परेशान है। इन खेतों में रात तो दूर दिन में भी जंगली जानवर फसलें चौपट कर रहे हैं।