जबकि बड़ी संख्या में मरीज डॉक्टरों को इधर से उधर खोजते देखे गए तथा काफी मशक्कत के बावजूद उपचार नहीं मिला तो निराश होकर लौट गए। डीन डॉ. रामटेके तथा आरएमओ डॉ. सुशील दुबे द्वारा संयुक्त रूप सुबह करीब 10 बजे से जिला अस्पताल का राउंड करते समय उक्त लापरवाही सामने आई है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रदेश क समस्त शासकीय चिकित्सा संस्थाओं में ओपीडी का समय सुबह 9 से दोपहर 1.30 बजे तथा दोपहर 2.15 से शाम 4 बजे तक निर्धारित किया है। इसके बावजूद डॉक्टरों की मनमानी पर उचित मॉनिटरिंग नहीं होने से नियंत्रण नहीं लग पा रहा है। मामले में सिम्स के डीन डॉ. रामटेके से उनके मोबाइल से सम्पर्क किया गया, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।
सुरक्षा कर्मियों के व्यवहार से परेशान लोग –
छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस से सम्बद्ध जिला अस्पताल की व्यवस्था बनाने के लिए निजी एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराए गए सुरक्षा तथा सफाई कर्मियों के अनुचित व्यवहार से मरीज तथा परिजन काफी निराश है। दूर-दराज से छिंदवाड़ा पहुंचने वाले लोगों को उक्त कर्मियों की बातें चुभती है। कुछ लोगों का कहना है कि कर्मचारियों से कुछ पूछो तो वे उचित जवाब भी नहीं देते है।
जांच कर दिया जाएगा नोटिस
शासन के निर्देशों का पालन नहीं करने वाले डॉक्टरों को नोटिस दिया जाएगा तथा सुरक्षा कर्मियों को मरीजों व परिजन से सौहार्दपूर्ण व्यवहार की हिदायत दी जाएगी। साथ ही शिकायत मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. सुशील दुबे, आरएमओ