वहीं जागरुकता कार्यक्रम के तहत स्कूल-कॉलेजों में कोरोना वायरस से सम्बंधित चित्रकला, निबंध आदि स्पर्धा आयोजित करने की सलाह दी गई है। सिविल सर्जन डॉ. पी. कौर गोगिया ने बताया कि आयुक्त के निर्देशानुसार जिला अस्पताल में सभी आवश्यक तैयारी कर ली गई है तथा जांच सामग्री भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
वीसी में यह दिए गए निर्देश –
1. कोरोना वायरस बीमारी के लिए लॉजिस्टिक-पीपीई किट, एन-95 मास्क, वीटीएम किट आदि उपलब्ध होना। 2. प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों को लक्षण सर्दी, खांसी व बुखार होने पर 14 दिन के लिए सर्विलेंस पर रखना।
1. कोरोना वायरस बीमारी के लिए लॉजिस्टिक-पीपीई किट, एन-95 मास्क, वीटीएम किट आदि उपलब्ध होना। 2. प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों को लक्षण सर्दी, खांसी व बुखार होने पर 14 दिन के लिए सर्विलेंस पर रखना।
3. जिला अस्पतालों में पॉजिटिव केस प्रबंधन के लिए मॉक ड्रिल करना तथा इंटर सेक्टोरियल कॉर्डिनेशन समन्वय के लिए टॉस्क फोर्स की बैठक करना।
4. आवश्यक तैयारी के लिए जिलास्तर से दो चिकित्सा अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपना।
4. आवश्यक तैयारी के लिए जिलास्तर से दो चिकित्सा अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपना।
5. जिलास्तर पर माइक्रो प्लान बनाना, जिसमें उपचार के लिए मेडिकल ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ, वाहन चालक, वाहन व्यवस्था सुनिश्चित करना। 6. सामाजिक क्षेत्र के लिए नमस्ते अभियान, हाथ धोना के सही तरीके का ज्ञान, खांसते-छींकते समय मुंह पर कपड़ा रखना, कपड़ा नहीं होने पर कोहनी के अंदर छीकना-खांसना आदि के लिए जागरूक करना आदि बिंदू शामिल है।