कई लोग उन्हें देखने भी पहुंचे तथा अपूर्ण भू्रण होने की आशंका जताई, जिसे लापरवाही से फैंक दिया गया है।वहीं परिसर में इधर-उधर बिखरे पड़े हुए मानवीय अंग या भ्रूण को आवारा श्वान नोंच-नोंच कर खाते देखे गए। बताया जाता है कि इसकी वजह से परिसर में घूम रहे श्वान आक्रामक हो गए है तथा आते-जाते लोगों पर हमला करने का प्रयास भी करते है।
मरीजों के लिए बनता है भोजन – नवीन बिल्डिंग के बेसमेंट में रोगी कल्याण समिति द्वारा संचालित रसोई-घर स्थिति है, जहां अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए भोजन तैयार किया जाता है। इसी कक्ष के बाजू में उक्त मानव अंग इधर-उधर बिखरे पड़े थे तथा गायनिक विभाग के ही पुराने वार्ड के पीछे फैली गंदगी व्यवस्था पर कई सवाल उठा रही है।
लाखों रुपए किए जाते है खर्च –
जिला अस्पताल से निकलने वाला बायोमेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन तथा परिवहन किए जाने विभाग लाखों रुपए खर्च करता है। कायाकल्प योजना के तहत प्रबंधन द्वारा खराब मानव अंगों को एकत्रित करने के लिए एक कक्ष भी बनाया है, जिसके बावजूद खुले में उक्त मांस के टुकड़े मिलना लापरवाही को दर्शाता है।
जिला अस्पताल से निकलने वाला बायोमेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन तथा परिवहन किए जाने विभाग लाखों रुपए खर्च करता है। कायाकल्प योजना के तहत प्रबंधन द्वारा खराब मानव अंगों को एकत्रित करने के लिए एक कक्ष भी बनाया है, जिसके बावजूद खुले में उक्त मांस के टुकड़े मिलना लापरवाही को दर्शाता है।
मामले की जांच कराएंगे –
खुले में मानव अंगों को फैंकना अनुचित है, जिसकी जांच कराई जाएगी तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। – डॉ. पी. कौर गोगिया, सिविल सर्जन
खुले में मानव अंगों को फैंकना अनुचित है, जिसकी जांच कराई जाएगी तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। – डॉ. पी. कौर गोगिया, सिविल सर्जन