उल्लेखनीय है कि दशहरा की रात सडक़ दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी निक्की चुटेले (26) को दो-दो बार भर्ती किया गया, इसके बावजूद पीडि़त को उचित उपचार न देकर डिस्चार्ज कर दिया गया। बता दें कि करीब सात घंटे ट्रामा यूनिट के समक्ष स्टे्रचर पर ही पड़ा रहने पर पत्रिका की पहल पर आरएमओ डॉ. सुशील दुबे ने तत्काल पीडि़त को तीसरी बार भर्ती कराया।
यह है मामला – सिम्स के एक डॉक्टर ने पीडि़त मरीज को उपचार के लिए अपने निजी हॉस्पिटल बुलाया तथा ऑपरेशन के लिए करीब 27 हजार रुपए का खर्च बता दिया। आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने से पीडि़त ने जिला अस्पताल में ही उपचार कराने का बोला, लेकिन संबंधित डॉक्टर ने उसे जिला अस्पताल से भी डिस्चार्ज कर दिया।