जलप्रदाय शाखा के उपयंत्रियों की मानें तो गत वर्ष 15 मार्च 2017 को डैम का लेबल 709.47 मीटर था। जो कि इस वर्ष 15 मार्च 2017 में 708.92 हो गया। पिछले वर्ष पानी की समस्या जुलाई में बारिश होने के बाद भी आ गई थी। इसी वजह से निगम को अगस्त माह में भी 15 दिनों के लिए पानी को एक दिन की आड़ में सप्लाई करना पड़ गया। हालांकि बीते वर्ष बारिश भी उतनी नहीं हुई कि डैम का स्तर 713.80 मीटर तक भर जाए। डैम 711.50 मीटर तक ही भर सक ा और नगर निगम अधिकारियों के बार-बार आग्रह करने के बावजूद जलसंसाधन विभाग नें सिचाई के लिए पानी छोड़ दिया। इससे जनवरी में 711 मीटर का लेबल 710.25 मीटर तक आ गया। इसे देखते हुए अधिकारियों की संास फूल रही थी। 29 मार्च को डैम का लेबल 708.50 मीटर और जल स्टॉक 145 एमसीएफटी रहा। वहीं 706.22 मीटर के बाद डैम से पानी नहीं दिया जा सकता है।
145 एमसीएफटी को गर्मी के दिनों के हिसाब से माने तो वाष्पन के अनुसार हर दिन सवा से डेढ़ एमसीएफटी पानी खर्च होगा। जून में अच्छी बारिश की शुरुआत नहीं हुई तो पानी की समस्या गम्भीर हो सकती है। मौसम विज्ञान ने भी अभी बारिश के गत वर्ष की अपेक्षा अच्छे संकेत नहीं दिए हैं। अधिक समस्या न हो, इसके लिए एक दिन की आड़ की व्यवस्था भी उपयोगी हो सकती है।
आरके सहस्त्रबुद्धे
उपयंत्री, प्रभारी जलप्रदाय विभाग
आरके सहस्त्रबुद्धे
उपयंत्री, प्रभारी जलप्रदाय विभाग