scriptHigher education: 600 विद्यार्थियों की जगह, दाखिला दे दिया 1630 | Higher education: Instead of 600 students, admitted 1630 | Patrika News

Higher education: 600 विद्यार्थियों की जगह, दाखिला दे दिया 1630

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 15, 2021 03:42:12 pm

Submitted by:

ashish mishra

बीएससी में पांच, बीकॉम में तीन एवं अन्य में तीन दाखिले हुए।

college admission form

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छिंदवाड़ा. कॉलेजों में ढाई माह से चली आ रही प्रवेश प्रक्रिया गुरुवार को समाप्त हो गई। अंतिम दिन शहर के दोनों प्रमुख कॉलेज में महज 18 दाखिले हुए। पीजी कॉलेज में एमए हिंदी संकाय में एक, बीएससी में पांच, बीकॉम में तीन एवं अन्य में तीन दाखिले हुए। वहीं राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज में बीए में दो एवं पीजीडीसीए में एक दाखिला हुआ। हालांकि कॉलेजों में जिन संकाय में सीटें भर चुकी थी उनमें दाखिले के लिए अंतिम दिन भी कई आवेदन आए, लेकिन सीट न होने की वजह से उन्हें मायूस होना पड़ा। दाखिला प्रक्रिया संपन्न होने के बाद अब उम्मीद है कि कॉलेजों में त्योहार की छुट्टी समाप्त होने के बाद अध्यापन कार्य पटरी पर लौट आएगा। बता दें कि इस बार भले ही उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पूरी प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की, लेकिन कॉलेज के अधिकतर प्राध्यापकों की ड्यूटी हेल्प डेस्क सेंटर पर ही लगी रही। ऐसे में कॉलेज में शैक्षणिक व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा था।
अध्यापन कराना चुनौतिपूर्ण
मुख्यालय के पीजी कॉलेज एवं राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज में सुविधाएं न होने के बावजूद भी निर्धारित सीट से तीस से चालिस प्रतिशत तक अधिक दाखिला ले लिया गया है। बताया जाता है कि पीजी कॉलेज में बीए में महज 600 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था है जबकि यहां 1630 विद्यार्थियों को दाखिला दे दिया गया है। वहीं एमए, एमएससी के अधिकतर संकाय में भी यही स्थिति है। गल्र्स कॉलेज में भी बीए में 1400 छात्राओं को दाखिला दिया गया है जबकि यहां भी अधिकतम 700 तक के छात्राओं के बैठने की व्यवस्था है। त्योहार की छुट्टी समाप्त होने के बाद अगर सत्र 2021-22 में दाखिला लेने वाले सभी विद्यार्थी कॉलेज पहुंचे तो फिर न केवल कोरोना की गाइडलाइन टूटेगी बल्कि कॉलेजों के लिए व्यवस्था बनाना भी चुनौतिपूर्ण रहेगा।
विभाग दे सकता है एक और मौका
बताया जाता है कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कॉलेजों में स्नातक, स्नातकोत्तर में प्रवेश प्रक्रिया का एक और चरण आयोजित किया जा सकता है। हालांकि गुरुवार शाम तक प्रवेश प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के संबंध में विभाग ने निर्णय नहीं लिया था।

इनका कहना है…
प्रवेश प्रक्रिया के वजह से शैक्षणिक व्यवस्था बनाने में थोड़ी परेशानी होती है। अब अध्यापन कार्य सुचारू रूप से चल सकेगा। सभी विद्यार्थियों के अध्यापन की व्यवस्था बनाई जाएगी।
डॉ. अमिताभ पांडे, प्राचार्य, पीजी कॉलेज
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