नैक ग्रेडिंग सुधारने में भी होगी सहूलियत
पीजी कॉलेज में वर्ष 2014 में नैक टीम आई थी। उस समय टीम के सदस्यों ने कॉलेज परिसर में संचालित लॉ कॉलेज, लाइब्रेरी भवन न होने एवं कॉलेज परिसर से होकर गुजरने वाली सडक़ पर सवाल उठाए थे। कॉलेज द्वारा वर्ष 2021 में नैक मूल्यांकन की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। कॉलेज द्वारा टीम का गठन किया गया है जो दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। जिससे कॉलेज को अच्छी ग्रेड मिल जाए। वर्तमान में कॉलेज परिसर से लॉ कॉलेज भवन स्थानांतरित हो चुका है। अब लाइब्रेरी भवन एवं सडक़ की अड़ंगा है। कॉलेज ने अत्याधुनिक लाइब्रेरी भवन तो बनवा दिया है, लेकिन उसमें छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कार्य संचालित हो रहा है।
पीजी कॉलेज में वर्ष 2014 में नैक टीम आई थी। उस समय टीम के सदस्यों ने कॉलेज परिसर में संचालित लॉ कॉलेज, लाइब्रेरी भवन न होने एवं कॉलेज परिसर से होकर गुजरने वाली सडक़ पर सवाल उठाए थे। कॉलेज द्वारा वर्ष 2021 में नैक मूल्यांकन की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। कॉलेज द्वारा टीम का गठन किया गया है जो दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। जिससे कॉलेज को अच्छी ग्रेड मिल जाए। वर्तमान में कॉलेज परिसर से लॉ कॉलेज भवन स्थानांतरित हो चुका है। अब लाइब्रेरी भवन एवं सडक़ की अड़ंगा है। कॉलेज ने अत्याधुनिक लाइब्रेरी भवन तो बनवा दिया है, लेकिन उसमें छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कार्य संचालित हो रहा है।
कई बार दे चुके हैं आवेदन
कॉलेज प्रबंधन द्वारा कई बार प्रशासन को सडक़ के संबंध में आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन उस पर अब तक बड़ी कार्यवाही नहीं हुई। वहीं छात्र संगठन भी सडक़ को बंद करने के लिए मुखर हो रहे हैं। उनका कहना है कि विद्यार्थियों की सुरक्षा कॉलेज प्रबंधन की जिम्मेदारी है।
इनका कहना है…
कॉलेज परिसर से होकर गुजर रही सडक़ समस्या तो है। प्रशासन को वैकल्पिक मार्ग का सुझाव दिया गया है। दूसरी सडक़ बन जाने से आमलोगों को परेशानी भी नहीं होगी और कॉलेज की समस्या भी हल हो जाएगी।
डॉ. अमिताभ पांडे, प्राचार्य, पीजी कॉलेज