scriptतीन वर्षों से नहीं हुआ स्कूल बसों का किराया निर्धारण | Hire fixation of school buses for three years | Patrika News

तीन वर्षों से नहीं हुआ स्कूल बसों का किराया निर्धारण

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 23, 2018 12:11:10 am

Submitted by:

prabha shankar

दूरी का नहीं कोई मापदंड, शासन को बुलानी होती है स्कूल बस किराया निर्धारण समिति की बैठक

School bus fare child parents upset

School bus fare child parents upset

छिंदवाड़ा. स्कूली बच्चों और पालकों के प्रति परिवहन विभाग व प्रशासन कितना संवेदनशील है कि पिछले तीन वर्षों से स्कूल बस के किराया निर्धारण समिति की बैठक नहीं हो पाई है। साल दर साल स्कूल बस संचालक पालकों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। दूरी का कोई मापदंड नहीं है। बस संचालक सभी बच्चों से एक सा किराया वसूल रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रति वर्ष स्कूल सत्र शुरू होने से पहले स्कूल बस किराया निर्धारण समिति की बैठक ली जानी चाहिए। प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में बस ऑपरेटर, स्कूल प्रबंधन, पालक तथा परिवहन अधिकारी मिलकर सुविधा के अनुसार किराया तय करते हैं। पिछले तीन वर्षों में बस संचालकों ने मनमाना किराया वसूला है। शिकायत के बाद जल्द समिति की बैठक बुलाने की बात की जाती है और मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। स्कूल प्रबंधन की किराए में की जा रही मनमानी के कारण पालक स्कूल प्रबंधनों द्वारा संचालित बसों को छोडक़र अन्य साधनों से अपने बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं। इसी वजह से वर्तमान में लगातार स्कूल वैन और अन्य साधनों की बाढ़ आ गई है।
आरोप: स्कूल प्रबंधन करते हैं मनमानी
स्कूल बस किराए में स्कूल प्रबंधन की मनमानी को लेकर पालक पूर्व में भी आरोप लगाते रहे हैं। शिकायत करने पर पालकों पर बच्चों के माध्यम से दबाव बनाया जाता है। स्कूल बस ओवरलोड होने पर पालक शिकायत तो करते हैं, लेकिन प्रबंधन कोई कार्रवाई नहीं करता। इसके साथ ही स्कूल से कम और ज्यादा दूरी होने पर एक सा किराया वसूला जाता है। इसका भी विरोध पालक कई बार कर चुके हैं।

जानकारी तो मुझे अभी नहीं
स्कूल बस किराया निर्धारण समिति की बैठक कितने समय से नहीं हुई है इसकी जानकारी तो मुझे अभी नहीं है। स्कूल बस संचालकों द्वारा अगर मनमाना किराया वसूला जा रहा है तो शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी।
देवेश बॉथम, एआरटीओ, छिंदवाड़ा
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