सभी समाजों को आमंत्रण
सवा सौ साल से ज्यादा का इतिहास संजोए इस रामलीला के आयोजन ने अपनी सांस्कृतिक, पारम्परिक और सामाजिक एकता को जोड़ के रखा है। शुक्रवार को एक पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष सतीश दुबे लाला ने बताया कि इस बार हमने सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए सभी समाजों को आमंत्रित किया है। रामायण के कई प्रसंगों में यह संदेश भी दिया गया है। पत्रकार वार्ता मेेंं संरक्षक राजू चरणाकर, कस्तूरचंद जैन, सचिव रोहित द्विवेदी, अरविंद राजपूत ने भी जानकारियां दीं।