25 लाख रुपए की लागत से लगाया गया शुद्ध पानी करने का फिल्टर प्लांट भी शोभा की सुपारी बनकर रह गया है।
छिंदवाड़ा•Jul 22, 2018 / 08:10 pm•
arun garhewal
कैसे हो इलाज, जरूरत पडऩे पर नहीं मिले डॉक्टर
छिंदवाड़ा. गुढ़ी अम्बाड़ा. वेकोलि कन्हान क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली वेकोलि की खदानों में कार्यरत मजदूरों की मूलभूत समस्या जैसे बिजली, पानी, आवास एवं स्वास्थ्य आदि समस्याओं के समाधान करने की जिम्मेदारी वेकोलि प्रबंधन की होती है लेकिन वेकोलि प्रबंधन मजदूरों की मूलभूत समस्या का समाधान करने में असमर्थ नजर आ रहा है।
वर्तमान समय में वेकोलि मजदूरों की सबसे बड़ी समस्या पानी की है। जिसे वेकोलि प्रबंधन उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। उपक्षेत्र अम्बाडा में 25 लाख रुपए की लागत से लगाया गया शुद्ध पानी करने का फिल्टर प्लांट भी शोभा की सुपारी बनकर रह गया है। लाखों खर्च करने के बावजूद भी मजदूरों के कंठ प्यासे की प्यासे ही रह गए । इसके अलावा बंद खदान अम्बा एवं कल्याणी में अथाह पानी भरा होने के बावजूद वेकोलि की खदानों में कार्यरत मजदूरों के अलावा पालाचौरई वं अम्बाड़ा ग्राम पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणों को निस्तार का पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है।
उपक्षेत्र अम्बाडा नहीं मेरी है बाहर की खदानों में कार्यरत मजदूरों की सबसे बड़ी समस्या स्वास्थ्य सुविधा का अभाव है। वेकोलि की खदानों में कार्यरत मजदूर के घायल होने की स्थिति में वेलफेयर हॉस्पिटल पहुंचाया जाता है लेकिन डॉक्टरों की कमी एवं दवाइयों का टोटा होने की वजह से घायलों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। एवं उन्हें मजबूरी वश नागपुर के हॉस्पिटल के लिए रैफर किया जाता है। ऐसी स्थिति में कभी-कभी घायल कर्मचारी रास्ते में ही दम तोड़ देते है। इसके अलावा उपक्षेत्र अम्बाड़ा की खदानों में कार्यरत कामगार के परिवार के बीमार होने की स्थिति में लगभग 10 किमी दूर वेलफेयर हॉस्पिटल जाना पड़ता है एवं दवाइयों की कमी व समय पर डॉक्टर के नहीं मिलने की वजह से मरीजों को परेशान होना पड़ता है। कभी-कभी तो कर्मचारियों को पंजीयन पर्ची बनाने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है। इलाज करवाना तो बहुत दूर की बात है। वेलफेयर हॉस्पिटल में एक्स रे निकालने की सुविधा भी नहीं है इसके लिए मरीजों को बड़कुही हॉस्पिटल रैफर किया जाता है।
कन्हान एरिया का वेलफेयर हॉस्पिटल में वेकोलि कर्मचारियोंं को इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है। वेकोलि की खदानों में मजदूरों से काम तो पूरा लिया जाता है लेकिन बीमार होने या दुर्घटना घटने पर यह हॉस्पिटल इलाज के नाम पर शून्य नजर आ रहा है। वेकोलि मुख्यालय नागपुर के अधिकारियों को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की व्यवस्था करनी चाहिए।
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