छिंदवाड़ाPublished: May 26, 2020 05:52:51 pm
prabha shankar
Human angle: नागपुर रोड स्थित ट्रांजिट सेंटर में हर दिन पहुंचते हैं मजदूर परिवार
Human angle: on the scorching sun, the fire of the stomach is heavy
छिंदवाड़ा/ मई की चिलचिलाती धूप में किसका मन घर में रहने को नहीं करता, लेकिन पेट की आग नंगे पैर सडक़ पर चलने को विवश कर देती है। इस मजबूरी को देखना हो तो नागपुर रोड महर्षि विद्या मंदिर में बनाए गए ट्रांजिट सेंटर में चले जाइए, जहां पैदल या बस से आते ही प्रवासी मजदूरों की थकी मांदी आंखें पहले रोटी-पानी की तलाश करने लगती हैं। जब थोड़ा सा भोजन पेट में चला जाता है तब ये लोग सुकून महसूस करते हैं। इस सेंटर में आने वाले मजदूरों के मेडिकल चैकअप का इंतजाम स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया है तो भोजन की व्यवस्था दीनदयाल रसोई से की जा रही है। हर दिन 50 से 250 भोजन पैकेट मजदूरों की संख्या के हिसाब से पहुंचते हैं। इस समय महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान समेत दक्षिण के राज्यों से हर दिन मजदूरों की टोली बसों से पहुंचती है। कभी-कभी पुलिस हाईवे और बाइपास पर पैदल जा रहे मजदूरों को लेकर आ पहुंचती है। इस सेंटर में हर दिन मजदूरों की व्यथा उनकी आंखों में दिखाई देती है, जब भूख से व्याकुल होकर भोजन और पानी की तलाश करते नजर आते हैं। उनके मुताबिक ऐसा समय पहले कभी देखा न था।
इधर, नगर निगम आयुक्त राजेश शाही का कहना है कि ट्रांजिट सेंटर के मजदूरों के लिए अलग से भोजन का इंतजाम हर दिन दीनदयाल रसोई से किया जाता है। सेंटर में भोजन-पानी करने के बाद मजदूर परिवारों को बस के माध्यम से उनके गांव भी पहुंचाया जा रहा है।