स्कूल चले हम अभियान के अंतर्गत शासन ने कक्षा आठवीं उत्तीर्ण करने वाले समस्त छात्र-छात्राओं के कक्षा नवमीं में प्रवेश करने के निर्देश दिए हंै, लेकिन नवीन शैक्षणिक सत्र शुरू हुए दो माह करीब बीत जाने पर भी शतप्रतिशत प्रवेश नहीं हो सके हैं। विभागीय उदासीनता इसकी वजह बताई जा रही है। जिला शिक्षा केंद्र छिंदवाड़ा के एपीसी एमपी चौरिया ने बताया कि वर्तमान में स्कूल मैपिंग की प्रक्रिया संचालित है। साथ ही शतप्रतिशत प्रवेश के लिए सम्बंधितों को निर्देशित किया गया है।
इन निर्देशों का नहीं हो सका उचित पालन
1. माध्यमिक शालाओं से टीसी समीप के हाईस्कूल को दिया जाना तथा रजिस्टर संधारित कर विद्यार्थियों की टे्रकिंग करना।
2. टीसी के आधार पर प्राचार्य मॉनिटरिंग करेंगे और सम्बंधित विद्यार्थी के प्रवेश की समीक्षा करना।
3. एेसे विद्यार्थी जो स्थानीय स्कूल में प्रवेश न लेकर टीसी लेने पहुंचे उनका रिकॉर्ड रखना।
4. टीसी देने से पहले सम्बंधित विद्यार्थी कहां प्रवेश ले रहा है, इसकी प्रविष्टि करना।
5. अन्यत्र प्रवेश की आवश्यक जानकारी पोर्टल पर अपलोड करना आदि।
फैक्ट फाइल
वर्ष 2017~18 में कक्षा पांचवीं पास करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या 19137 थी। इतनी संख्या में विद्यार्थियों को कक्षा छठवीं में प्रवेश लेना चाहिए था, लेकिन सत्र 2018~19 में 10799 ने प्रवेश लिया, मतलब 8338 विद्यार्थियों की कोई जानकारी नहीं है। एेसी ही स्थिति कक्षा आठवीं से पास कर नवमीं में पहुंचने वाले विद्यार्थियों की है।
वर्ष 2018~19 कक्षा आठवीं से 21944 बच्चे उत्तीर्ण हुए तथा इनकी टीसी को नजदीकी हाईस्कूल में विभाग द्वारा जमा करना है। लेकिन मॉनिटरिंग के अभाव में विभाग को अब तक स्पष्ट जानकारी ही नहीं है। सत्र 2017~18 में कक्षा एक से लेकर आठ तक जिले में 1,98,871 विद्यार्थियों की संख्या दर्ज की गई थी, जो कि सत्र 2018~19 में 1,36,703 रह गई है।