मायके जाने की जिद: एक मामले में आवेदक पति ने बताया कि शादी के दो माह के बाद ही पत्नी परिवार से अलग रहने की जिद करने लगी । इस बात को लेकर परिवार में तनाव रहने लगा। पत्नी के हमेशा मायके जाने की जिद और मना करने पर परिवार के खिलाफ जाने की बात कहती रहती है। उनकी दो वर्ष की बेटी है । पति ने पत्नी के आत्महत्या की धमकी देने पर मुलताई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पत्नी के भाई उसे घर ले गए । पत्नी ने समझाइश के दौरान सास द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करने एवं पति के उदासीन रवैये के बारे में बताया। समझाइश के दौरान दोनों पक्ष आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे । पत्नी की मांग पर सहमति बनी कि वह अपने घर में अलग कमरा बना कर रहेगी।
फंसाने की धमकी : अन्य प्रकरण में परिवार में आपसी कहासुनी के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त पत्नी अपने मायके चली गई और आत्महत्या कर ससुराल वालों को फंसाने की धमकी दी। समझाइस के बाद दोनों पक्षों के मध्य समझौता हुआ और। आपसी समन्वय बनने से दंपती साथ रहने के लिए सहमत हुए। काउंसलिंग के दौरान सलाहकार केपी पाण्डेय, शांति तिवारी, चित्रकांति विश्वकर्मा अधिवक्ता सुशीला झाड़े डेस्क प्रभारी वंदना बघेल उपस्थित रही।