ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में सबसे अधिक बदमाश राज्य के बाहर से होते थे, लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें ऑनलाइन धोखाधड़ी को अंजाम देने वाले बदमाश राज्य के भीतर रीवा जिले से सामने आए हैं। इस मामले से यह अंदेशा बढ़ चुका है कि ऑनलाइन ठगी को अंजाम देने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है। ऐसे में ऑनलाइन खरीदी करने वाले सभी वर्ग के लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
ऑनलाइन खरीदी करते समय सबसे जरूरी बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस वेबसाइट पर लाल कट का निशान हैं उससे कभी किसी भी तरह की सामग्री की खरीदी करने से बचना चाहिए। ऑनलाइन राशि के भुगतान करने से बचना ज्यादा उचित होता है। सामग्री हाथ में आने के उपरांत उसका भुगतान करना सबसे अधिक सुरक्षित माना जाता है। इसके बाद भी अगर बदमाशों के झासे में फंस गए हैं तो पुलिस को तत्काल सूचित करें, ऐसा करने से काफी हद तक रुपए मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है।
ध्यान देने वाली बातें
ऑनलाइन खरीदी करते समय सबसे पहले तो कैश ऑन अधिक राशि न हो। डिलेवरी को अपनाएं। खरीदी के बाद अगर कोई फोन कर किसी बैंक अकाउंट नम्बर पर रुपए भेजने की बात करता है तो इसकी तत्काल सूचना पुलिस को दें। इन बातों का ध्यान रखने से ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने से बच जाएंगे। इससे रुपए देने के बाद सामान के नहीं मिलने जैसी कोई बात नहीं होती। ऑनलाइन भुगतान के आधार पर खरीदी कर रहे हैं तो उसमें सुरक्षित और प्रमाणित वेबसाइट के माध्यम से ही खरीदी करें। भुगतान हमेशा ऐसे बैंक अकाउंट से करें जिसमें अधिक राशि न हो।
विवेक अग्रवाल, एसपी छिंदवाड़ा का कहना है कि धोखाधड़ी का शिकार हो गए तो किसी भी थाना पुलिस से सम्पर्क करने पर सहायता की जाती है। त्वरित सहायता के लिए गृहमंत्रालय के टोल फ्री नम्बर 155260 पर भी तुरंत फोन कर सकते हैं।