बुखार में न बढऩे दें तापमान लू लगने पर शरीर तपता है। चिकित्सकों का कहना है कि बुखार में शरीर का तापमान नहीं बढऩे दें और आवश्यकता के अनुसार ठंडे पानी की पट्टी रखें। कूलर या एयर कंडीशनर से धूप में एकदम नहीं निकलें। लू या तापघात से प्रभावित होने पर रोगी को तुरंत ही छायादार जगह पर कपड़े ढीले कर लेटा दें और हवा करें। रोगी के होश में आने की दशा में प्याज का रस अथवा जौ का आटा भी ताप नियंत्रण के लिए मला जा सकता है। रोगी को पेय पदार्थ, जीवन रक्षक घोल (ओआरएस), कच्चे आम का पना आदि पिलाएं। रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिए यदि संभव हो तो उसे ठंडे पानी से स्नान कराएं या उसके शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखकर पूरे शरीर को ढक दें। इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं जब तक शरीर का ताप कम नहीं हो जाता। इससे भी यदि मरीज ठीक नहीं होता है तो उसे तत्काल निकट के स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाएं।