Dharm-Karm:काल सर्पदोष से मुक्ति पाना है तो यह करें आज
छिंदवाड़ाPublished: Jan 24, 2020 11:05:22 am
मौनी अमावस्या पर दान पुण्य का विशेष महत्व
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छिंदवाड़ा. हिंदू पंचांग के वर्ष के ग्यारहवें महीने माघ महीने की अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। इसे मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन देश की पुण्य सलिलाओं में लोग दूर-दूर से विशेष स्नान करते हैं। दान-पुण्य करते हैं। शुक्रवार 24 जनवरी को यह विशेष तिथि आ रही है। ङ्क्षहदू धर्मग्रंथों के अनुसार इन दिन पवित्र नदियों का जल अमृत बन जाता है। इसलिए ब्रह्म मूहूर्त में नदियों में स्नान को बेहद विशेष माना जाता है। धर्माचार्यों के अनुसार मौनी आमवस्या का दिन कालसर्पदोष से मुक्ति के लिए भी विशेष रहता है। इस दिन विशेष चीजों का दान किया जाए तो इस दोष से मुक्ति मिल सकती है। ज्योतिषाचार्य पं दिनेश द्विवेदी ने बताया कि मौनी अमावस्या 24 जनवरी को सुबह 2 बजकर 16 मिनिट से लग रही है जो 25 जनवरी को सुबह 3 बजकर 10 मिनिट तक रहेगी। पं द्विवेदी ने बताया कि वैसे तो इस पूरे महीने में लोग सुबह नदियों में स्नान करते हैं ऐसा करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा रहती है। ऐसा न कर पाएं तो इस अमावस्या के दिन सुबह स्नान-ध्यान कर भगवान श्री हरि और भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाए तो उनकी विशेष फल मिलता है। माघ के महीने में दान करना भी पुण्यकारी बताया गया है और मौनी अमावस्या के दिन किया गया दान तो बेहद फलदायक होता है।
कैसे मिलेगी कालसर्प दोष से मुक्ति
किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष यदि है तो वह इस दिन विशेष पूजन-पाठ के साथ विशिष्ट चीजों का दान कर भी इस दोष से मुक्ति पा सकता है। पं विनोद मिश्रा ने बताया कि चूंकि इस दिन भगवान शिव की पूजा करते हैं इसलिए लघुरुद्र का पाठ कर भी दोष से शांति मिल सकती है। इसके अलावा तांबे से बने नाग नागिन को शिवमंदिर में शिवलिंग पर दान कर भी काल सर्पदोष से मुक्त हुआ जा सकता है। पं मिश्रा ने बताया कि काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति सुबह स्नान कर भगवान शिव की पूजा करें। उसके बाद एक सफेद कपड़े में चावल, बताश के साथ कच्चे दूध में पपं मिश्रा ने बताया कि पूजा पाठ के बाद जरूरतमंद को दान या वस्तु देने से भी ग्रहों के योग बदलते हैं।