छिंदवाड़ा

क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन

बड़कुही-इकलेहरा ओपन कास्ट में पिछले एक माह से कोयला उत्खनन एवं परिवहन कार्य पूरी तरह बंद है।

छिंदवाड़ाJan 13, 2018 / 10:53 pm

sanjay daldale

Illegal coal exploration in the area

वेकोलि के अधिकारी एक दूसरे पर टाल रहे जिम्मेदारी
क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन
परासिया. बड़कुही-इकलेहरा ओपन कास्ट में पिछले एक माह से कोयला उत्खनन एवं परिवहन कार्य पूरी तरह बंद है। खदान में लगभग दो लाख टन रिजर्व कोयला का अनुमान है। खदान में ओबी हटाने और उत्खनन के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है जिसमें विलंब लग रहा है। इसका फायदा कोयला का काला कारोबार करने वाले उठा रहे है।
रात के अंधेरे में लगभग तीस से चालीस लोगों की टीम खदान के पिछले हिस्से से उतरती है और नीचे से कोयला ऊपर लेकर जाती है, यह काम दो से तीन घंटे तक चलता रहता है। नीचे उतरने के लिए रैंप जैसा रास्ता बना दिया गया है, सीधे नीचे उतरने और खंदक से कोयला निकालना जोखिम भरा कार्य है जिसमें मजदूरों की जान जा सकती है। इस काम में लगे मजदूरों को बोरियों के हिसाब से पैसा दिया जाता है। गौरतलब है कि गत दिनो बैतूल के सारनी में अवैध कोयला उत्खनन करते समय कई लोगों की जान जा चुकी है। ओपन कास्ट में जिस तरह से रिस्क लेकर कोयला चोरी किया जा रहा है कभी भी हादसा हो सकता है, जिसमें बडी संख्या में लोग हताहत हो सकते है। हैरानी की बात यह है कि खदान की सुरक्षा केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के हवाले है लेकिन एक शिफ्ट में मात्र दो जवान तैनात रहते है जिसमें एक गेट पर और एक डंपिग यार्ड में रहता है, बाकि एरिया खाली होने से चोरी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। हालांकि बडी संख्या में खदान के भीतर बाहरी घुसपैठ और कोयला चोरी को लेकर माइनिंग स्टाफ जिसमेें ओवरमैन, माइनिंग सरदार शामिल है और खान प्रबंधन ने तीन माह पूर्व पुलिस सहित प्रशासनिक अधिकारियो को पत्र लिखकर स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया लेकिन प्रशासन और वेकोलि एक दूसरे की जवाबदारी बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे है। इस काम में स्थानीय दबंगों के शामिल होने से यूनियन पदाधिकारी भी खुलकर कुछ नहीं कहते है।
दुर्घटना हो सकती है
&प्रबंधन ने खदान के भीतर कोयला चोरी को लेकर
तीन माह पहले पुलिस, प्रशासन, ग्राम पंचायत सभी को कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।
राष्ट्रीय संपदा को नुकसान के अलावा कभी भी गंभीर दुर्घटना
हो सकती है।
धनंजय कुमार, खान प्रबंधक
&खदान की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ की है। पुलिस शिकायत मिलने पर कार्रवाई करती है। बंद खदानों के मुहाने और उत्खनन वाले स्थलों की पहचान कर वेकोलि प्रबंधन से इसका पुराव करने के लिए हमने पत्र लिखा है।
एमएस मर्सकोले ,
थाना प्रभारी चांदामेटा
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