-भारती ठाकरे, एसीएफ (एसडीओ) पेंच टाइगर रिजर्व छिंदवाड़ा
पेंच टाइगर रिजर्व छिंदवाड़ा क्षेत्र के जमतरा में वन विभाग की नाक के नीचे रिसोर्ट तैयार हो गया और उन्हें भनक भी नहीं लगी।
छिंदवाड़ा•Dec 01, 2021 / 12:35 pm•
babanrao pathe
पेंच टाइगर रिजर्व का अवैध निर्माण वन्यप्राणियों के लिए बन रहा घातक
बी.के. पाठे
छिंदवाड़ा. पेंच टाइगर रिजर्व छिंदवाड़ा क्षेत्र के जमतरा में वन विभाग की नाक के नीचे रिसोर्ट तैयार हो गया और उन्हें भनक भी नहीं लगी। गांव के जागरूक लोगों की सूचना पर पेंच टाइगर रिजर्व की स्थानीय सलाहकार समिति (एलएसी) ने अतिक्रमण हटाने के लिए छिंदवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन से 7 सितम्बर 2021 को पत्राचार किया था। जबकि अवैध निर्माण की पहली ईंट 15 फरवरी 2021 को रखी गई थी। आठ माह तक जमतरा में धड़ल्ले से अवैध निर्माण जारी रहा। अब सवाल यह उठ रहा है कि इस दौरान पेंच टाइगर रिजर्व के रखवाले कहां थे।
पचमढ़ी निवासी सैयद अजहर अली ने पेंच टाइगर रिजर्व छिंदवाड़ा के जमतरा में अवैध रिसोर्ट का निर्माण कर लिया है। निर्माण स्थल के आस-पास कटीलें तारों की बाउंड्री और कुछ गड्ढों का निर्माण किया गया है जो पेंच टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणी के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के निर्देश पर चौरई एसडीएम ओमप्रकाश सनोडिया और चांद तहसीलदार सहित वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर काम रुकवाया और अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देशित किया था, लेकिन सैयद अजहर अली ने अभी तक केवल क्वाटेज की छत से नीले रंग की सीट को हटाया है। शेष निर्माण यथावत है जो वन्यप्राणी के लिए घातक साबित हो रहा है। वर्तमान में प्लॉट पर प्रतिबंधित कंटीले तारों से घिरी तीन अवैध इमारतें हैं। एलएसी समिति ने भी इन भवनों के निर्माण को खारिज कर दिया है, इसके बाद भी इमारतें गिराई नहीं गई है।
सरकारी जमीन पर किया कब्जा
सैयद अजहर अली ने अपनी भूमि से लगी शासकीय भूमि पर भी अवैध तरीके से कब्जा कर उसे नुकीलें तारों की बाउंड्रीवाल से अपने आधिपत्य में कर लिया था। वन विभाग और राजस्व विभाग के संयुक्त निरीक्षण के दौरान मालिक ने खड़े सीमेंट के खंभों को हटा दिया था, लेकिन अभी भी कंटीलें तार जमीन पर ही पड़े हैं। नुकीलें तारों को भी हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि यहां से गुजरने वाले वन्यजीव घायल हो सकते हैं। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार बाघ अक्सर इस क्षेत्र में भ्रमण करता है। शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि सरकारी जमीन पर सैयद अजहर अली ने करीब 30 फीट 10 फीट के दो गहरे गड्ढे सेप्टिक टैंक के लिए खुदवाए थे, जमतरा ग्राम तालाब के पास गड्ढे खोदे गए हैं, जबकि तालाब में पानी पीने के लिए आए दिन वन्यजीव पहुंचते हैं ऐसे में उनकी गड्ढे में गिरने से मौत हो सकती है।
मंगलवार को हुआ अवैध खनन
छिंदवाड़ा के पेंच टाइगर रिजर्व एरिया में मंगलवार को पेंच टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को सूचना दिए बगैर ट्यूबवेल का खनन किया जा रहा था। मिली जानकारी के अनुसार जमतरा से टिकाड़ी होते हुए करमाझिरी जाने वाले मार्ग पर जमतरा गांव से लगे एक नए प्लॉट पर अवैध तरीके से ट्यूबवेल का खनन चल रहा था। करीब डेढ़ घंटे तक यहां मशीन चली। सूचना के बाद पेंच टाइगर रिजर्व के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्यूबवेल का खनन रुकवाया और इको सेंसिटिव जोन से बाहर रहने की हिदायत दी। खास बात यह ह कि इस तरह की गतिविधियां जमतरा में अक्सर हो रही है, जिसे रोकने के लिए अधिकारियों को पूरे समय सर्तक रहने की आवश्यकता है।
यह है आवश्यक नियम-
नियम 2.4.1 पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र में जल निकायों में बहि:स्राव के निर्वहन पर रोक लगाने का उल्लेख करता है।
नियम 2.4.3 निर्दिष्ट क्षेत्रों में सभी वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को भूजल निकालने के लिए कोई सुविधा बनाने के लिए यहां निर्दिष्ट प्राधिकरण की अनुमति की आवश्यकता होगी।
नियम 2.10 किसी भी नदी के किनारे और प्राकृतिक नाले से 100 मीटर तक किसी भी निर्माण गतिविधि की अनुमति नहीं है।
नियम 2.14 राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य की सीमा के 2 किमी के भीतर पर्यटन और आतिथ्य से संबंधित किसी भी नए वाणिज्यिक प्रतिष्ठान की अनुमति नहीं है।
नियम 3.1.1 सरकारी राजपत्र में इन विनियमों के प्रकाशन के बाद पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र में किसी भी नए होटल, लॉज, रिसॉर्ट की अनुमति नहीं दी जाएगी।
नियम 3.1.2 होटल के बिल्ट-अप क्षेत्र और परिसर के कुल क्षेत्रफल का अनुपात किसी भी स्थिति में 5 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा।
नियम 3.1.3 ईको सेंसिटिव जोन में वन्यजीवों की मुक्त आवाजाही की अनुमति देने के लिए कंटीले तारों से बाड़ नहीं लगाई जाएगी।
प्रक्रिया विचाराधीन है
अवैध निर्माण को डिस्मेंटल करने की प्रक्रिया चौरई एसडीएम के पास विचाराधीन है। फॉरेस्ट पर्यावरण की दृष्टि से कार्रवाई करता है। निर्माण राजस्व भूमि में हुआ है, इसीलिए डिस्मेंटल करने की पूरी कार्रवाई राजस्व की तरफ से की जानी है। राजस्व की टीम कार्रवाई करें तो मौके पर हमारा अमला तत्काल पहुंच जाएगा। मैंने आज भी चौरई एसडीएम से चर्चा की है।
-भारती ठाकरे, एसीएफ (एसडीओ) पेंच टाइगर रिजर्व छिंदवाड़ा
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