छिंदवाड़ा

Illegal mining: पेंच-कन्हान नदी के तट से अंधेरे में निकल रहे रेत भरे ट्रैक्टर और डम्पर

Illegal mining: खनिज और राजस्व की टीम की भनक लगते ही भाग जाते हैं उत्खननकर्ता, मानसून अवधि में प्रशासन ने लगाया है प्रतिबंध

छिंदवाड़ाJul 23, 2020 / 05:46 pm

prabha shankar

Illegal mining: Sand-fired tractors and dumpers in the dark

छिंदवाड़ा/ मानसून अवधि में प्रतिबंध के बावजूद पेंच और कन्हान नदी अवैध उत्खनन का गढ़ बन गईं हैं। हर दिन प्रशासन के पास रेत उत्खनन की सूचनाएं पहुंच रहीं हंै। जैसे ही खनिज, पुलिस और राजस्व की टीम पहुंचने की भनक मिलती है, वैसे ही उत्खननकर्ता भाग जाते हैं। इसके चलते कार्रवाई सफल नहीं हो पा रही है।
पेंच नदी का तट जुन्नारदेव, परासिया, सिंगोड़ी, चौरई और चांद के सैकड़ों गांवों से लगा हुआ है। खासकर मुआरी, झिरिया, सिरस, नोनीबर्रा, और पल्हरी समेत आसपास के इलाकों से रात के अंधेरे में नदी से रेत निकाली जा रही है और ट्रैक्टर से रेत ढोई जा रही है। ये रेत चौरई और छिंदवाड़ा तक पहुंचती है। नदी की भौगोलिक स्थिति के चलते उत्खननकर्ता बच निकलते हैं। हाल ही में सिरस में रेत का अवैध भंडारण जब्त किया गया। यही हाल सौंसर की कन्हान नदी की है, जहां के रोहना, सायरा, रझाड़ी, माथनी समेत अन्य खदानों से अवैध उत्खनन होने की शिकायत आ रही है। प्रशासन पहले भी बड़ी कार्रवाई कर चुका है, लेकिन कुछ दिन बाद उत्खननकर्ता फिर सक्रिय हो जाते हैं।

निरीक्षक पहुंचीं तो पहले ही भाग निकले
सौंसर क्षेत्र में अवैध उत्खनन की शिकायत मिलते ही खनिज निरीक्षक स्वाति ठाकुर ने बुधवार को सायरा, रझाड़ी, माथनी और खैरीतायगांव खदान का निरीक्षण किया। इस दौरान कहीं भी अवैध उत्खननकर्तानहीं मिले। शायद उन्हें निरीक्षक के आने की जानकारी मिल गई और वे भाग गए। खनिज निरीक्षक के अनुसार निरीक्षण में भंडारण लाइसेंस स्थल देखा गया, जहां से रेत का परिवहन नियमानुसार होना पाया गया।

दो माह में ये हुई बड़ी कार्रवाई
1.सात जून को लोधीखेड़ा, रेमंड, साईखेड़ा में आठ रेत भरे वाहन जब्त।
2.11 जून को सौंसर के बारादेही में एक पोकलेन मशीन जब्त।
3. छह जुलाई को रोहना में पोकलेन मशीन, दस खाली डम्पर और एक भरा डम्पर जब्त।
4. 20 जुलाई को चौरई क्षेत्र में सिरस और लोनीबर्रा में 27 सौ घनमीटर रेत जब्त।

मानसून अवधि के पहले 27 करोड़ रुपए का ठेका
राज्य शासन द्वारा जिले की रेत खदानों का ठेका 27.27 करोड़ रुपए में अशोक खंडार को दिया गया है। इस ठेका के अंतर्गत 58 खदानें आएंगी। कुछ का हस्तांतरण वर्ष 2021 में होगा। इस फर्म को सौंसर समेत आसपास के रेत भंडारण से परिवहन का लाइसेंस भी दिया गया है। रेत ठेका की पूरी प्रक्रिया 23 जून को हुई और 30 जून को प्रशासन ने उत्खनन पर प्रतिबंध लगा दिया। अब ये एजेंसी केवल भंडारण लाइसेंस पर काम कर रही है। एक अक्टूबर पर प्रतिबंध खुलने के बाद रेत खदान में उत्खनन वैधानिक ढंग से संचालित होगा। तब अवैध उत्खनन की गतिविधियों पर अंकु श लग पाएगा।

इनका कहना है
कन्हान और पेंच नदी में रेत के अवैध उत्खनन की शिकायत पर सौंसर में छह जांच नाके बनाए गए हैं। वहीं चौरई की पेंच नदी में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। अवैध रेत भंडारण के केस दर्ज हो रहे हैं।
-मनीष पालेवार, जिला खनिज अधिकारी

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