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गर्मी में संकटमोचन बनेगा मंधान

locationछिंदवाड़ाPublished: Nov 29, 2017 04:41:41 pm

Submitted by:

sanjay daldale

ग्रीष्मकाल में स्थिति यह बनती है कि महीने में दो से तीन बार पानी सप्लाई हो पाता है। इस बार मंधान में रोका गया पानी क्षेत्रवासियों को राहत देगा।

chhindwara

बहुप्रतीक्षित मंधान डैम निर्माण पूर्णता की ओर है।

परासिया. कोयलांचल का बहुप्रतीक्षित मंधान डैम निर्माण पूर्णता की ओर है। दिसंबर माह के अंत से पानी की समस्या बनने लगती है और ग्रीष्मकाल में स्थिति यह बनती है कि महीने में दो से तीन बार पानी सप्लाई हो पाता है। इस बार मंधान में रोका गया पानी क्षेत्रवासियों को राहत देगा।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने बांध का काम करीब 85 प्रतिशत पूरा कर लिया है। विभाग ने मिट्टी के बांध का काम भी शुरू कर दिया है जो दो चरणों में सौ मीटर बनाया जाएगा। जिसकी ऊंचाई लगभग 32 मीटर है। विभाग ने अभी तक 28 मीटर कंक्रीटिग का काम पूरा कर लिया है। वहीं मिट्टी के बांध का काम लगातार जारी है। बांध से गर्मी के मौसम में जलसंकट की स्थिति से निपटने के लिए पानी रोका गया है। जिसका फ ायदा चरई बांध को मिलेगा और आने वाले गर्मी में पिछले वर्षों की तरह क्षेत्र की जनता को पानी की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। गर्मी में नगरीय निकाय एवं पंचायतों को पानी की समस्या दूर करने के लिए टैंकर चलाने पड़ता हैं। मंधान बांध बनने से 3 नगरीय निकाय बड़कुही, चांदामेटा एवं परासिया के 5 वार्ड को लाभ होगा वहीं 12 पंचायतों को भी पानी मिलेगा। कन्हान क्षेत्र के डुंगरिया तक पानी सप्लाई करने की योजना है। ज्ञात हो कि मंधान बांध बनाने की योजना वर्ष 1979 में बनाई गई थी लेकिन वेकोलि एवं राज्य सरकार की इस संयुक्त योजना में अड़चनों के कारण बांध का काम समय पर शुरू नहीं हो पाया था। पूर्व में वेकोलि ने पेंचवैली जलप्रदाय समूह के अंतर्गत इस जल परियोजना में राशि दी थी। लेकिन शर्तों के मुताबिक पर्याप्त पानी नहीं मिलने पर ऑडिट आपत्ति के कारण वेकोलि के द्वारा राशि देने पर ऑडिटर ने रोक लगा दी थी। जिसके बाद राज्य सरकार अपनी राशि से इस बांध को पूरा कर रही है। मंधान को लेकर क्षेत्र में जमकर राजनिति हुई है और आरोप प्रत्यारोप का लंबा दौर चला है।

&मंधान बांध को पूरा करने के लिए मिट्टी के बांध बनाने काम तेजी से चल रहा है। कांक्रीट का कार्य शेष है। गर्मी में जल संकट से निपटने के लिए बांध में पानी रोका गया है। इसके अलावा चरई में भी विभाग ने इस बार पानी रोका है। गर्मी में जब जल संकट बढ़ेगा तो मंधान बांध से चरई बांध के लिए पानी छोड़ा जाएगा।
केएस कुसरे
कार्यपालन यंत्री पीएचई परासिया

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