एक्सप्रेस को मिला है रिकवरी टाइम
जानकारों की मानें तो रेलवे द्वारा हर ट्रेन को रिकवरी टाइम दिया जाता है ताकि ट्रेन को किसी वजह से किसी जगह विलम्ब हो जाए तो वह आगे रिकवरी टाइम से मैनेज कर लें। यात्रियों का कहना है कि पातालकोट एक्सप्रेस के लिए रिकवरी टाइम की आवश्यकता नहीं है। यह ट्रेन दिल्ली सराय रोहिल्ला से छिंदवाड़ा आने के दौरान आमला एवं परासिया में अक्सर समय से पहले पहुंच जाती है। ऐसे में इन दोनों स्टेशनों पर पातालकोट एक्सप्रेस लगभग
एक-एक घंटे प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती है।
जानकारों की मानें तो रेलवे द्वारा हर ट्रेन को रिकवरी टाइम दिया जाता है ताकि ट्रेन को किसी वजह से किसी जगह विलम्ब हो जाए तो वह आगे रिकवरी टाइम से मैनेज कर लें। यात्रियों का कहना है कि पातालकोट एक्सप्रेस के लिए रिकवरी टाइम की आवश्यकता नहीं है। यह ट्रेन दिल्ली सराय रोहिल्ला से छिंदवाड़ा आने के दौरान आमला एवं परासिया में अक्सर समय से पहले पहुंच जाती है। ऐसे में इन दोनों स्टेशनों पर पातालकोट एक्सप्रेस लगभग
एक-एक घंटे प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती है।
सिंगल ट्रैक भी परेशानी
आमला से छिंदवाड़ा तक सिंगल रेलवे टै्रक होने से भी पेंचवैली फास्ट पैसेंजर एवं पातालकोट एक्सप्रेस अक्सर प्रभावित होती है। हालांकि अभी वर्तमान में इस रेलमार्ग पर डबल ट्रैक को लेकर योजना नहीं है। यानि निकट भविष्य में डबल ट्रैक होने की उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में पातालकोट एक्सप्रेस के समय में बदलाव से ही छिंदवाड़ा तक आवागमन करने वाली ट्रेनों का समय मेंटेन हो सकेगा।
आमला से छिंदवाड़ा तक सिंगल रेलवे टै्रक होने से भी पेंचवैली फास्ट पैसेंजर एवं पातालकोट एक्सप्रेस अक्सर प्रभावित होती है। हालांकि अभी वर्तमान में इस रेलमार्ग पर डबल ट्रैक को लेकर योजना नहीं है। यानि निकट भविष्य में डबल ट्रैक होने की उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में पातालकोट एक्सप्रेस के समय में बदलाव से ही छिंदवाड़ा तक आवागमन करने वाली ट्रेनों का समय मेंटेन हो सकेगा।
दो घंटे प्लेटफॉर्म पर खड़ी रही पैसेंजर
पातालकोट एक्सप्रेस को ग्रीन सिग्नल देने एक बार फिर भंडारकुंड-बैतूल पैसेंजर को छिंदवाड़ा प्लेटफॉर्म पर करीब दो घंटे खड़ा कर दिया गया। ऐसे में यात्रियों ने नाराजगी जताई। इससे पहले पेंचवैली फास्ट पैसेंजर सोमवार को एक घंटे की देरी से छिंदवाड़ा पहुंची। ऐसे में यह ट्रेन देरी से भंडारकुंड के लिए रवाना की गई। ट्रेन के देरी से चलने के कारण लगभग एक घंटे भंडारकुंड-बैतूल पैसेंजर प्रभावित हुई। छिंदवाड़ा में इस ट्रेन को दो घंटे रोके जाने के कारण यह ट्रेन तीन घंटे की देरी से बैतूल के लिए रवाना की गई।