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यात्रियों की उम्मीद पर फिरा पानी, अब दो माह बाद ही यहां चलेगी ट्रेन

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 14, 2019 10:55:19 am

Submitted by:

ashish mishra

विभाग के अनुसार अभी लगभग डेढ़ माह का समय कार्य पूरा होने में लगेगा।

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यात्रियों की उम्मीद पर फिरा पानी, अब दो माह बाद ही यहां चलेगी ट्रेन

छिंदवाड़ा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा से नागपुर तक कुल 149 किमी रेलमार्ग का अंतिम खंड(भंडारकुंड से भिमालगोंदी) का कार्य जुलाई माह में पूरा नहीं हो पाएगा। विभाग के अनुसार अभी लगभग डेढ़ माह का समय कार्य पूरा होने में लगेगा। दरअसल भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक कुल 20 किमी रेलमार्ग घाट सेक्शन में आता है। गेज कन्वर्जन विभाग के अधिकारियों के अनुसार पटरी बिछाने के बाद वेल्डिंग का कार्य किया जा रहा है। पांच किमी का कार्य शेष है। पहले उम्मीद थी कि जुलाई माह में कार्य पूरा करने के साथ ही सीआरएस का निरीक्षण करा लिया जाएगा, लेकिन घाट सेक्शन में पहुंच रास्ता काफी कठिन है। इसके अलावा हमारे पास वेल्डिंग मशीन सहित अन्य संसाधन का अभाव था। अब संसाधन प्रर्याप्त है। अगस्त माह में शेष कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
जुलाई माह में था कार्य पूरा करने का लक्ष्य
गेज कन्वर्जन विभाग ने जुलाई माह में छिंदवाड़ा से नागपुर तक रेलमार्ग के शेष कार्य पूरा होने का लक्ष्य बनाया था, लेकिन विभाग खुद के बनाए लक्ष्य से ही भटक गया। इसके पीछे अधिकारी संसाधन का अभाव का तर्क दे रहे हैं। ऐसे में छिंदवाड़ा से नागपुर तक सीधे टे्रन की सुविधा की राह तक रहे यात्रियों को अब लगभग डेढ़ माह और इंतजार करना होगा।

वेल्डिंग और ट्रैक पैकिंग का कार्य शेष
छिंदवाड़ा से नागपुर तक कुल 149 किमी रेलमार्ग पर गेज कन्वर्जन में अब केवल भिमालगोंदी से भंडारकुंड 20 किमी रेलमार्ग का ही कार्य शेष है। इसके भी 95 प्रतिशत कार्य हो चुका है। अब रेल पटरी की वेल्डिंग, लिंकिंग, प्वाइंट, क्रासिंग, टेलिकॉम कार्य, इलेक्ट्रिक, ट्रैक पैकिंग एवं गिट्टी डालने का कार्य शेष है। अधिकारियों के अनुसार अगर कार्य की रफ्तार ऐसे ही रही तो सभी कार्य 40 से 45 दिन में पूरे हो जाएंगे। इसके पश्चात दो से तीन दिन ट्राली और फिर इंजन से ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के दौरान कोई खामी नहीं मिली तो फिर कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी को निरीक्षण के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
सीआरएस के अप्रूवल के बाद चलेगी ट्रेन
भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक रेलमार्ग का कार्य पूरा होने के बाद कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी निरीक्षण करेंगे। हालांकि यह सीआरएस के ऊपर निर्भर है कि वह गेज कन्वर्जन विभाग को निरीक्षण के लिए कब की तिथि देते हैं। निरीक्षण के बाद सीआरएस खामी न मिलने पर रेलमार्ग को अप्रूव करेंगे। जिसके बाद रेलवे बोर्ड से अनुमति लेकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे छिंदवाड़ा से नागपुर तक सीधे ट्रेन चला सकेगा।
1420 करोड़ की है परियोजना, 149 किमी है दूरी
छिंदवाड़ा से नागपुर ब्राडगेज रेलमार्ग की दूरी 149 किमी है। यह परियोजना 1420.38 करोड़ की लागत से पूरा किया जा रहा है। 1 दिसंबर 2015 को छिंदवाड़ा से नागपुर आमान परिवर्तन परियोजना के लिए छोटी रेल लाइन पर टे्रन का परिचालन बंद कर दिया गया। इसके बाद गेज कन्वर्जन विभाग ने ब्राडगेज के लिए चरणबद्ध कार्य शुरु किया। विभाग ने छिंदवाड़ा से नागपुर कुल 149 किमी रेलमार्ग को चार खंडों में पूरा करने का लक्ष्य बनाया। पहला खंड छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक (कुल 35 किमी) रेलमार्ग का कार्य वर्ष अक्टूबर 2017 में पूरा कर लिया। जनवरी 2018 में छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक ट्रेन का परिचालन भी शुरु हो गया। जनवरी 2019 में दूसरे खंड इतवारी से केलोद तक(47 किमी) रेलमार्ग का भी कार्य पूरा हुआ। 23 फरवरी से इस रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन भी शुरु कर दिया गया। इसके पश्चात लगभग दो माह बाद ही केलोद से भिमालगोंदी तक ट्रेन का परिचालन शुरु हो गया है। अब चौथा और आखिरी खंड भिमालगोंदी से भंडारकुंड तक का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो पन्द्रह से बीस दिन में इस लाइन पर भी ट्रेन का परिचालन शुरु हो जाएगा।

फैक्ट फाइल
परियोजना की कुल लागत-1420.38 करोड़
छिंदवाड़ा से नागपुर परियोजना की लंबाई-149 किमी
स्टेशनों की संख्या-11
हाल्ट स्टेशनों की संख्या-14
बड़े पुलों की संख्या-28
छोटे पुलों की संख्या-307
टनल की संख्या-2


इनका कहना है…
पटरी बिछने के बाद वेल्डिंग का काम चल रहा है। अभी प्रर्याप्त मशीन आ चुकी हैं। पांच किमी का कार्य शेष बचा हुआ है। इसके अलावा ट्रैक पैकिंग, गिट्टी डालने सहित अन्य कार्य शेष हैं। अगस्त में कार्य पूरा हो जाएगा।
एके सिंह, डीप्टी सीई, सौंसर परिक्षेत्र, रेल निर्माण विभाग, दपूमरे
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