दस मिनट की भी देरी नहीं है बर्दास्त
पेंचवैली फास्ट पैसेंजर के रैक को ही भंडारकुड से बैतूल तक परिचालन के लिए भेजा जाता है। जिस दिन पेंचवैली इंदौर से भंडारकुंड देरी से पहुंचती है उस दिन भंडारकुंड से बैतूल पैसेंजर के परिचालन का शेड्यूल बिगड़ जाता है। ऐसे में भंडारकुंड-बैतूल पैसेंजर अगर दस मिनट की भी देरी से भंडारकुंड से छिंदवाड़ा पहुंचती है तो उसे पातालकोट एक्सप्रेस को ग्रीन सिग्नल देने के लिए लंबे समय तक स्टेशन पर खड़ा रखा जाता है। ऐसे में पैसेंजर ट्रेन में सवार यात्री खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं।
आय में भी हो रही कमी
भंडारकुंड-बैतूल पैसेंजर के छिंदवाड़ा में घंटों खड़े रहने की वजह से अब यात्री भी इसमें यात्रा करने से कतराने लगे हैं। यही वजह है कि इस ट्रेन की आय भी दिन प्रतिदिन घटती जा रही है।
भंडारकुंड-बैतूल पैसेंजर के छिंदवाड़ा में घंटों खड़े रहने की वजह से अब यात्री भी इसमें यात्रा करने से कतराने लगे हैं। यही वजह है कि इस ट्रेन की आय भी दिन प्रतिदिन घटती जा रही है।
इनका कहना है
अगर किसी कारण से निर्धारित समय पर एक्सप्रेस का परिचालन नहीं होता है तो इसका स्पष्टीकरण रेलवे बोर्ड को देना पड़ता है। पैसेंजर ट्रेन के परिचालन में देरी होने पर संबंधित रेल मंडल को रिपोर्ट देनी पड़ती है।
संतोष श्रीवास, स्टेशन प्रबंधक, छिंदवाड़ा
अगर किसी कारण से निर्धारित समय पर एक्सप्रेस का परिचालन नहीं होता है तो इसका स्पष्टीकरण रेलवे बोर्ड को देना पड़ता है। पैसेंजर ट्रेन के परिचालन में देरी होने पर संबंधित रेल मंडल को रिपोर्ट देनी पड़ती है।
संतोष श्रीवास, स्टेशन प्रबंधक, छिंदवाड़ा