सोमवार को सड़क सुरक्षा समिति की वर्चुअल बैठक सम्पन्न हुई। पूर्व की बैठक में लिए गए एजेंडे पर कितना कार्य किया गया है और कितना शेष है इस विषय पर भी चर्चा की गई। समिति के सदस्यों ने अधिकारियों को बताया कि 23 निजी स्कूलों में पहुंचकर बस संचालक, स्कूल प्रबंधक सहित स्टॉफ को स्कूल वाहन में बच्चों सफर को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन से अवगत कराया गया है। इएलसी चौक पर सिग्नल लगाकर ट्रैफिक को कंट्रोल करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जा चुके हैं। जल्द ही यहां सिग्नल लगा दिया जाएगा। समिति के अनुसार 17 दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में से 6 जगह का निरीक्षण किया जाएगा। क्या सुधार कार्य किया जाना है इसका प्रस्ताव बनाकर सम्बंधित सड़क एजेंसी को भेजेंगे। आयोजित बैठक में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल, सीएचएमओ जी.सी. चौरसिया, डीएसपी ट्रैफिक सुदेश कुमार सिंह, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी निशा चौहान सहित अन्य सड़क एजेंसी एन.एच.ए.आइ. पीडब्ल्यूडी सहित अन्य सड़क एजेंसी के अधिकारी उपस्थित रहे।
चार स्थानों पर रोड मार्किंग
ट्रैफिक डीएसपी सुदेश कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 22 अगस्त को कलेक्ट्रेट में समिति सदस्यों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की जाएगी। इसके पूर्व शहर के चार स्थान यातायात चौक, खजरी चौक, इंदिरा तिराहा एवं सत्कार तिराहा पर रोड मार्किंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष जुलाई माह में 13 दिनों की सड़क दुर्घटनाओं की इस वर्ष के 13 दिनों की तुलना करने पर सामने आया कि 49 प्रतिशत की कमी दुर्घटना में दर्ज की है। इसी तरह इस वर्ष 13 लोग घायल हुए हैं, जबकि बीते वर्ष घायलों की संख्या 23 थी।
यातायात के नियमों से स्कूल के बच्चों को कराया अवगत
छिंदवाड़ा. दिल्ली पब्लिक स्कूल में अशोक लीलैंड इंस्टीट्यूट फॉर ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट लिंगा की ओर से विद्यार्थियों को यातायात के नियमों की जानकारी दी गई। यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करने व आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटना से बचने की सलाह दी। छात्र-छात्राओं को सड़क पर पैदल चलने के नियम भी बताए गए हैं। स्कूल वाहनों के सुरक्षित उपयोग एवं यातायात सम्बंधित विभिन्न चिन्हों और उसी से जुड़े सुरक्षा नियमों से अवगत कराया। प्रशिक्षणदाता ए.आर. पाठे एवं रघुनंदन फरकारे ने अन्य जानकारी भी साझा की। इस अवसर पर स्कूल प्राचार्य हबीब खान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को जागरूक करने की यह सराहनीय पहल है।