छिंदवाड़ाPublished: Sep 22, 2019 12:06:13 pm
prabha shankar
बाहर से आवक नहीं होने से महंगाई, अन्य सब्जियां भी हुईं महंगी, आमजन परेशान
Chhindwara
छिंदवाड़ा/ सब्जी-दाल में प्याज का तडक़ा न हो तो इसका स्वाद बे-मजा हो जाता है, लेकिन लोगों को इस समय घर में इसके बगैर ही इनका स्वाद लेना पड़ रहा है। पिछले दस दिन में प्याज के भाव उछलकर 60 रुपए तक पहुंच गए हैं।
हालात यह हैं कि रेस्टारेंट या होटलों में सलाद में भी प्याज के पीस घटने लगे हैं। इसका कारण नासिक, इंदौर, खंडवा से प्याज की आवक बहुत कम होना है। इस मौसम में छिंदवाड़ा की सब्जी मंडी में 2000 कट्टे तक की रोज आवक होती है, लेकिन इस समय सिर्फ 400 से 500 कट्टी प्याज ही आ रही है। स्थानीय प्याज उत्पादक किसानों या फिर उनसे खरीद कर स्टाक करने वाले व्यापारी ही प्याज मंडी में ला रहे हैं। इधर, मांग बढऩे के कारण इसके भाव आसमान छू रहे हैं। शनिवार की सुबह खुले बाजार में प्याज 50 से 60 रुपए किलो थी। दोपहर को सब्जी मंडी में इसका थोक भाव 45 से 50 रुपए किलो पहुंच गया।
महाराष्ट्र से आ रहा करेला
प्याज ही नहीं बारिश के कारण दूसरी सब्जियों के दामों से भी लोगों को राहत नहीं है। जिले में करेला, शिमला मिर्च और हरी मिर्च महाराष्ट्र से आ रही है तो टमाटर बैंगलुरू से आ रहा है। खंडवा से गोभी की आपूर्ति किसी तरह हो रही है। यहां से ट्रांसपोर्र्टेशन भी महंगा पड़ रहा है। महाराष्ट्र में तो बारिश ने हालात खराब कर रखे हैं। वहां बारिश ने प्याज की खेती को बर्बाद कर दिया है। अन्य सब्जियां भी पानी में गल रहीं हैं। जहां हालात ठीक-ठाक है वहां से महंगे दामों पर मिल रही है।
शनिवार को थोक मंडी में ये रहे दाम
शनिवार को मंडी में करेला 30 से 35 रुपए, शिमला मिर्च 35 से 40, हरी मिर्च 90 से 100, टमाटर 12 से 15, भिंडी 25 से 30, फूलगोभी 25, पत्ता गोभी 30 रुपए किलो बिकी। आलू 10 से 12 रुपए किलो बिका है। चिल्लर बाजार में थोक बाजार से 5 से 10 रुपए प्रति किलो भाव तेज ही रहते हैं। ज्यादातर लोग चिल्लर बाजार पर ही निर्भर रहते हंै। पितृपक्ष में सब्जियों की डिमांड लगभग दोगुना हो जाती है। सब्जियों के बढ़े दामों ने बजट बिगाड़ रखा है।
चिल्लर बाजार से गायब हो रही प्याज
शहर के बुधवारी, पुरानी पानी की टंकी, गांधीगंज क्षेत्र में लगने वाले सब्जी बाजार में चिल्लर सब्जी बेचने वाले अधिकांश विके्रताओं के पास प्याज के ढेर गायब दिख रहे हैं। दाम ज्यादा होने के कारण वे इसे खरीद ही नहीं पा रहे हैं। सब्जी विक्रेता सुरेश यादव ने बताया कि जितने रुपए में पूरी कट्टी ले जाते थे उतने में दस किलो मिल रही है। ऐसे में न खरीदना ही उचित है। भोजन में प्याज तो लोगों की जरूरत बनी रहती हैं, लेकिन इन दिनों उसके दाम लोगों के आंसू निकाल रहे हैं। गुरैया स्थित सब्जी मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष संदीप पटेल ने बताया कि लोकल की प्याज फिलहाल आपूर्ति कर रही है। एक पखवाड़े में यह स्टाक भी खत्म होने की स्थिति बन रही है। उनका कहना है कि बाहर की बड़ी मंडियों में वहां के भाव 50 से 52 रुपए तक हैं। यहां आने पर उसके दाम क्या होंगे समझा जा सकता है।