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इनोवेशन…पंचायत ने खुद खरीदा स्वच्छता वाहन,30 रुपए में घर-घर से ले रहे कचरा

खुद ड्राइवर की तनख्वाह निकाल रही पंचायत, दूसरे गांवों के लिए बनेगा आदर्श उदाहरण

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छिंदवाड़ा.शहर की तरह गांव-गांव में भी स्वच्छता की अलख जग रही है। जिला मुख्यालय से 11 किमी दूर ग्राम पंचायत गांगीवाड़ा ने खुद अपना स्वच्छता वाहन खरीदा और घर-घर से 30 रुपए प्रतिमाह में कचरा एकत्र कर रही है। इस राशि से पंचायत इस स्वच्छता वाहन के ड्राइवर और अन्य मेंटनेंस के खर्च निकाल रही है।
शहरी क्षेत्र को छोड़ दिया जाए तो पूरे जिले की 850 पंचायतों में कहीं भी स्वच्छता वाहन नहीं था। पंचायत की महिला सरपंच संगीता परतेती के मन में ये बात खटकी और उन्होंने पंचायत की गलियों में स्वच्छता वाहन उतारने का निर्णय लिया। पंचायत निधि से ये वाहन खरीदा। फिर उसके संचालन की समस्या जैसे ड्राइवर का वेतन और मेंटनेंस की समस्या आई तो पंचों से विचार-विमर्श कर दुकानदारों से 100 रुपए तथा आम ग्रामीणों से 30 रुपए प्रतिमाह का शुल्क लेना तय किया। सरपंच संगीता बताती है कि पंचायत में स्वच्छता वाहन का संचालन मुश्किल था। फिर धीरे-धीरे लोगों ने सफाई स्वीकार की। अब वाहन घर-घर पहुंचने लगा। सरपंच के अनुसार यहां से कचरा एकत्र किया जाता है। फिर उसे डम्प कर उसका निस्तारीकरण भी किया जाता है। इससे न केवल पंचायत की कचरा समस्या हल हो रही है बल्कि आम ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति प्रेरणा भी मिल रही है। ग्रामीणों की एकत्र राशि से ड्राइवर की तनख्वाह 5500 रुपए माहवार भी दे रही है। इस वाहन से स्वच्छता की अलख भी जग रही है।
इस संबंध में जनपद पंचायत छिंदवाड़ा के निरीक्षक दिलीप नुन्हारिया का कहना है कि गांगीवाड़ा पंचायत के ये प्रेरणादायक प्रयास दूसरी पंचायतों की भी नजीर बनेंगे। इससे जनप्रतिनिधि अपने गांव में कचरा-कूड़ा का निपटारा करने में सक्षम होंगे।
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