इतना ही नहीं समय पर विभाग में वेतन भुगतान भी नहीं होता है, जिस वजह से शिक्षकों में आक्रोश बना रहता है। पिछले दिनों लोक शिक्षण संभागीय संयुक्त संचालक राजेश तिवारी द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा की गई, जिसमें लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने और बढ़े हुए वेतनमान का लाभ देने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद अब तक विकासखंड छिंदवाड़ा के कर्मचारियों को लाभ नहीं मिल सका हैं।
यह दिए गए थे निर्देश –
1. अध्यापक संवर्ग के छठवें वेतनमान की तृतीय किस्त के देयक तैयार कर तत्काल प्रस्तुत करना।
2. अध्यापक संवर्ग के एम्प्लाई कोड की कार्रवाई पूरी करना, जिससे आगामी वेतन एम्प्लाई कोड के माध्यम से भुगतान किया जा सके।
3. छात्रवृत्ति के मामलों की मेपिंग, स्वीकृति, खाता अपडेशनन की कार्रवाई पूरी करना।
4. सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण तैयार कर जिला पेंशन कार्यालय में प्रस्तुत करना।
5. सातवें वेतनमान अनुमोदन, द्वितीय किस्त, तृतीय किस्त एवं डीए के देयक तैयार कर भुगतान के लिए प्रस्तुत करना।
6. सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों का निराकरण करना।
7. हमारा घर हमारा विद्यालय में समर्थन फॉर्म प्रतिदिन नहीं भरने वालों की जानकारी प्रस्तुत करना।
8. मोहल्ला क्लास संचालन नहीं करने वाले शिक्षकों को नोटिस देना और जवाब मांगना आदि।
कुछ ने दिया कुछ है प्रक्रियाधीन –
छठवें एवं सातवें वेतनमान किस्तों के भुगतान के संदर्भ में कुछ संकुलों द्वारा बिल जमा किए गए तथा कुछ प्रक्रियाधीन है। प्रस्तुत बिलों को भुगतान के लिए जिला कोषालय भेजा गया है, यदि वहां से कोई आपत्ति लगती है तो दिक्कत आ सकती है। वहीं एम्प्लाई कोड स्थानीय स्तर से जनरेट नहीं हो पा रहे है।
– आइएम भीमनवार, विकासखंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा