लाखों खर्च, नतीजा सिफर
वनों में वन्यजीवों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा के प्रतिवर्ष लाखों, अरबों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी सरकार की मंशा पर पानी फिर जाता है। यदि समय रहते इन वन्यजीवों के लिए पानी की व्यवस्था की गई होती तो यह स्थिति नहीं बनती। यदि वनविभाग इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए पानी के इंतजाम करता है तो अब भी सैकड़ोंं वन्यजीवों को बचाया जा सकता है।
वनों में वन्यजीवों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा के प्रतिवर्ष लाखों, अरबों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी सरकार की मंशा पर पानी फिर जाता है। यदि समय रहते इन वन्यजीवों के लिए पानी की व्यवस्था की गई होती तो यह स्थिति नहीं बनती। यदि वनविभाग इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए पानी के इंतजाम करता है तो अब भी सैकड़ोंं वन्यजीवों को बचाया जा सकता है।