छिंदवाड़ा

विडम्बना: एक साल से लागू नहीं हो पाया मास्टर प्लान

शहर के कॉलोनाइजर्स ने सांसद का दिलाया ध्यान,कहा-विकास कार्य हो रहे प्रभावित
 

छिंदवाड़ाNov 13, 2019 / 12:22 pm

manohar soni

छिंदवाड़ा/ शहर का मास्टर प्लान 2031 समय से काफी लेट हो गया है। इसका कारण आसपास के लगभग 27 ग्रामों को मास्टर प्लॉन में जोडऩा है। जिसकी प्रक्रिया विचाराधीन है तो वहीं दूसरे कारण नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय में स्टॉफ की कमी है । इस कार्यालय में तकनीकी में 3 कर्मचारी जिन्हें छिन्दवाड़ा के साथ साथ सिवनी, बालाघाट एवं बैतूल का चार्ज में संभालना पड़ रहा है। मास्टर विगत एक वर्ष से लागू नहीं हो पाया है। जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं । इस समस्या से शहर के कॉलोनाइजर्स ने मंगलवार को सांसद नकुलनाथ का ध्यान आकर्षित कराया।
छिंदवाड़ा कॉलोनाइजर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी गौरव चौधरी,नीरज लवाले समेत अन्य ने ज्ञापन सौंपते हुए इस पर तत्काल ध्यान देने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में फ्लेट स्कीम में 1000 वर्गमीटर पर नक्शा पास किया जाता है जिसे 500 वर्गमीटर किया जाए। फ्लेट स्कीम में कम से कम 40 फि ट की रोड की बाध्यता है उससे कम होने पर नक्शा पास नहीं किया जाता। इसे घटाकर 30 फि ट किया जाए। फलेट स्कीम की प्लानिंग में ईडब्ल्यूएस का प्रावधान खत्म किया जाए। यह तकनीकी रूप से गलत है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक कॉलोनाइजर को गरीबों के लिए 15 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस के रूप में छोडऩा अनिवार्य है । नई रियल स्टेट पॉलिसी में 15 प्रतिशत के बदले एक निश्चित शुल्क देकर इसमें छूट प्रदान किया जाना था अथवा यह भी प्रावधान था कि कॉलोनाइजर अपने कॉलोनी एरिया से 5 किमी के दायरे में ईडब्ल्यूएस बना सकता है। यह प्रावधान भी आज दिनांक तक लागू नहीं हो पाया। इसे जल्द से जल्द लागू किया जाए।

ज्ञापन में यह भी मांग
1.फ्लेट स्कीम में ओपन एरिया की बाध्यता खत्म की जाए ।
2.कॉलोनाइजर द्वारा अभिन्यास स्वीकृति के समय एवं विकास कार्य की अनुमति प्राप्त करते समय आश्रय शुल्क की राशि ली जाती है। यह अत्यधिक है। उसे कम किया जाए ।
3.नई रियल स्टेट पॉलिसी के अनुसार कॉलोनाइजर का लाइसेंस पूरे राज्य में कार्य करने हेतु प्रभावशील होगा लेकिन आज दिनांक तक लागू नहीं हो पाया।

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