जिले में नई शुरुआत
उद्यानिकी फसलों के साथ उनकी खाद्य प्रसंस्करण की विधि को कैसे उन्नत और व्यापक बनाया जाए इसको लेकर जिले में अब विदेशी तकनीक को भी समझने की कोशिश की जा रही है। जिले मं चल रहे एकीकृत बागवानी मिशन को अब इजराइल के कृषि वैज्ञानिकों और वहां की तकनीक के जरिए नई पहचान दिलाई जाएगी। इसी के चलते बुधवार को डेनअलफ ने प्रदेश के आयुक्त उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण कवीन्द्र कियावत, जबलपुर समभाग आयुक्त राजेश बहुगुणा के साथ जिले के आला अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों के साथ सौंसर स्थित रेमण्ड के गेस्ट हाउस में विशेष चर्चा की। एकीकृत बागवानी मिशन पर इजराइली तकनीकी के प्रयोग के डीपीआर पर विस्तार से उन्होंने अधिकारियों और वैज्ञानिकों से जानकारी ली। चर्चा के दौरान डेनअलफ ने उद्यानिकी के क्षेत्र में उनके देश में व स्वयं द्वारा किए गए उन्नत प्रयासों व उनके प्रतिफल के बारे में बताकर छिंदवाड़ा में भी ऐसा ही करने को कहा। डेनअलफ ने अधिकारियों के साथ कुड्डम जाकर वहां की परिस्थितियों का अध्ययन किया और कहा कि सौंसर के कुड्डम में उद्यानिकी के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाएंगे। ग्राम जाम में भी उन्होंने संतरा के बगीचे देखे। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वरदमूर्ति मिश्रा, कृषि वैज्ञानिक डॉ. टीएल टांडेकर, डॉ.सुरेन्द्र पन्नासे, डॉ. एसडी सावरकर, डॉ.जगदीश बारसकर, उप संचालक उद्यानिकी भोपाल डॉ.पूजा सिंह, एसडीएम हिमांशु चंद्र भी उपस्थित थे।