कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक
बैठक में लोगों ने कहा कि सौंसर क्षेत्र में विकास तो हुए हैं, परन्तु कार्यों में अनियमितता और भ्रष्टाचार देखा गया। कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। सडक़ों से अतिक्रमण दूर हो। बेहतर परिवहन आवागमन व्यवस्था हो। रेलमार्ग जल्द शुरू कराने की बात कही गई। क्षेत्र की जनता ने कहा कि रोजगार मेें बढ़ोतरी होनी चाहिए। सौंसर के शासकीय 100 बिस्तरा अस्पताल में प्रसूति विशेषज्ञ की कमी और सर्वसुविधाओं की कमी पर आक्रोश जताया गया।
अवैध उत्खनन
पर रोक लगे
महिलाओं ने कहा कि महिला संरक्षण कानून का सख्ती से पालन होना चाहिए। क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन पर रोक लगनी चाहिए। इससे शासन को चूना लगाने की बात भी सामने आई। श्रमिक वर्ग से जुड़े लोगों ने कहा कि क्षेत्र में अच्छी कम्पनियां स्थापित होनी चाहिए। तहसील और राजस्व सहित अन्य विभागों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगना चाहिए। लोगों ने संयुक्त रूप से कहा कि सौंसर क्षेत्र में बड़े उद्योग, कुटीर उद्योग सहित अन्य कारोबार की अपार सम्भावनाए हैं।
इन्होंने रखी अपनी बात
एड. वसंता इवनाती, विनोद दुफारे, मुरली आगरकर, डॉ. वायएल ठवरे, विठ्ठल बागड़े, मोरेश्वर रंगारे, विठ्ठल गायकवाड़, प्रकाश फाटे्र, रमेश धुर्वे, एड. एस. पाटिल, रमेश रंगारे, ज्योति संजय जैन, एड. हसीना पठान, रामेश्वर कवड़ेती, रमेश पातुरकर, दिनेश अढाउ, कादिर भाई, राजेन्द्र गजभिए, नंदिनी हेडाउ, विलास निकोसे, भूषण जैन आदि।
स्टेडियम का
निर्माण हो
बैठक में क्षेत्रवासियों ने कहा कि खिलाडिय़ों के लिए समुचित व्यवस्था वाले खेल स्टेडियम का निर्माण होना चाहिए। शासकीय योजनाओं में हितग्राहियों को लेट लतीफी से परेशानियां होने पर सुधार करने की बात भी कही गई। शासकीय योजनाओं का क्रियांवयन सही तरीके से एवं समय हो। महिलाओं के लिए आश्रयगृह, पर्यटन स्थल के विकास कार्य होने चाहिए।
इन बिन्दुओं पर हुई बात : सभी ने क्षेत्र में सडक़, बिजली, पानी, रोजगार, किसानों की समस्याएं, श्रमिकवर्ग की समस्याएं, महिलाओं की समस्याएं, विद्यार्थिंयों की समस्याएं, शिक्षकों की समस्याएं, बस सुविधा, आवागमन समस्या, अस्पताल आदिन समस्याओं सहित क्षेत्र की विकास कार्य सहित मुलभूत समस्याओं पर राय रखी।