स्वीकृति के बाद लगेगा दो माह का समय
मध्य रेलवे के अधिकारियों की मानें तो सीआरएस ने जो कमियां बताई हैं उसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। इसके बाद सीआरएस को रिपोर्ट भेजी जाएगी। सीआरएस के सेफ्टी अप्रूवल देने के बाद अधिकतम दो माह में कार्य पूरा हो जाएगा। हालांकि जिस तरह से कार्य की गति है उसे देखकर इस बात की पूरी संभावना है कि फरवरी 2022 से पहले ओवरब्रिज बनकर तैयार नहीं होगा।
रहवासियों को हो रही परेशानी
जिला मुख्यालय की लगभग 25 प्रतिशत आबादी ओवरब्रिज से प्रभावित हो रही है। बड़ी संख्या में लोग यहां से आना-जाना करते हैं। ब्रिज के दोनों तरफ गड्ढे हो गए हैं। गड्ढों की वजह से प्रतिदिन हादसे हो रहे हैं। लाइट की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। कुछ दिन पहले एक कार भी निर्माणाधीन ब्रिज के दीवार पर चढ़ गई थी।
दुकानदारों का कारोबार प्रभावित
ब्रिज के किनारे दो दर्जन दुकानें हैं। निर्माण की वजह से रुट डायवर्ट कर दिया गया है। रुट डायवर्ट होने के कारण ग्राहकी कम हो गई है। दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हो रहा है।
खजरी ओवरब्रिज परियोजना
ब्रिज निर्माण की शुरुआत- अप्रैल 2019
कब तक होना था पूरा – जुलाई 2020
परियोजना की लागत – 22 करोड़ 50 लाख रुपए
अब तक कुल खर्च- 19 करोड़ रुपए
निगम से देरी नहीं
रेलवे की ओर से उनके हिस्से का 35 मीटर ब्रिज बनाने में देरी की जा रही है। जैसे ही रेलवे अपने हिस्से का ब्रिज बना देगाए निगम अपना बचा हुआ काम भी पूरा कर देगा। निगम की ओर से कोई देरी नहीं है।
ईश्वर सिंह चंदेली, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम
बजट की कमी नहीं
गार्डर तैयार है। केवल लॉंचिंग का काम शेष रह गया है। सीआरएस ने कुछ कमियां बताई हैं, जिसे ठीक करके रिपोर्ट जल्द भेजी जाएगी। सीआरएस की स्वीकृति मिलते ही गार्डर लॉंचिंग हो जाएगी। कार्य में बजट की कमी नहीं है।
जीआर सोरटे, आईओडब्ल्यू, कंस्ट्रक्शन, मध्य रेलवे, नागपुर मंडल