नैय्यर फर्नीचर की नागपुर और परासिया रोड पर दो दुकानें है। शादी के सीजन को देखते हुए मालिक ने जनवरी माह से ही सामान का स्टॉक रखने के साथ ही फर्नीचर बनाकर रखा था। लॉकडाउन होने के कारण पिछले चालीस दिनां से फैक्ट्री बंद थीं और यहां एकमात्र चौकीदार ही पदस्थ था। शुक्रवार तड़के करीब तीन से चार बजे के बीच अचानक इमलीखेड़ा स्थित फैक्ट्री से आग की लपटे उठती देख अन्य फैक्ट्री के कर्मचारियों ने नैय्यर फर्नीचर फैक्ट्री के चौकीदार को जगाया, जिसके बाद उसने मालिक सुमेर सिंह नैय्यर को सूचना दी। मौके पर पहुंचते ही उन्होंने नगर निगम के फायर विभाग को फोन किया। मौके पर कोतवाली पुलिस और दमकल की टीम पहुंचे। आग इतनी भड़क चुकी थीं कि शहर की दमकल आग बुझाने के लिए काफी नहीं थीं। आस-पास की दकमल बुलाई गई, जब आग पर काबू पाया गया। फैक्ट्री के मालिक सुमेर सिंह नैय्यर ने बताया कि आग से 1 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।