scriptVIDEO STORY : कपास बिक्री को लेकर नेता-प्रशासन आमने-सामने | Leader-administration face to face on cotton sales | Patrika News

VIDEO STORY : कपास बिक्री को लेकर नेता-प्रशासन आमने-सामने

locationछिंदवाड़ाPublished: May 31, 2020 05:30:38 pm

Submitted by:

Rajendra Sharma

किसानों ने पूर्व विधायक की रोकी गाड़ी, किसानों से हुई तीखी बहसविधायक विजय चौरे ने कहा- दबाव में खरीदी जा रही कपास, किसानों का कपास न खरीदकर कांग्रेस को किया जा रहा बदनाम

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छिंदवाड़ा/ (सौंसर) कृषि उपज मंडी में शनिवार को खूब हंगामा हुआ। कृषि उपज मंडी में कपास की चल रही खरीदी में स्थानीय किसानों का कपास न खरीदने को लेकर किसान आक्रोशित हो गए। उन्होंने मंडी के सामने प्रदर्शन किया। इस बीच वहां से पूर्व विधायक अजय चौरे निकले तो उनकी गाड़ी को रोककर किसान आक्रोश प्रकट करने लगे कि किसान के लिए कुछ नहीं कर रहे। वे विधायक पर किसानों का साथ न देने का आरोप लगाते रहे और विधायक को बुलाने की बात कहते रहे। सूचना मिलने पर विधायक विजय चौरे भी वहां पहुंचे। इधर, जानकारी लगते ही तहसीलदार, डीएसपी, मंडी के अधिकारी भी मौके पहुंचे, लेकिन मामला बिगड़ चुका था। इस बीच अजय चौरे की किसानों के साथ बहस भी हुई। उन्होंने भाजपा समर्थित किसानों और नेताओं द्वारा जबरन माहौल बिगाडकऱ धरना देने और किसानों को भडक़ाने का आरोप लगाया। इधर, विधायक विजय चौरे की तहसीलदार अजयभूषण शुक्ला से देर तक बहस भी होती रही।
विधायक ने कहा कि मंडी में भाजपा नेताओं के दबाव में काम किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन भी भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रहा है। महाराष्ट्र से गाडिय़ां आ रहीं हैं और कपास यहां बेचा जा रहा है जबकि छोटा किसान तीन-चार दिन तक इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विधायक ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो वे प्रशासन के खिलाफ धरना पर बैठेंगे। डीएसपी एसपी सिंह भी इस दौरान मौके पर उपस्थित थे। बड़ी मुश्किल से समझा बुझाकर उन्हें अधिकारियों ने वापस भेजा।
इस सम्बंध में सीसीआइ के अधिकारी शरद मस्के का कहना पड़ा कि प्रशासन ने कपास के अधिक से अधिक वाहनों की खरीदी करने कहा है, जिसकी पूरी कोशिश की जा रही है। इधर, मामला गरमा जाने के बाद बाद आनन-फानन में मंडी और सीसीआइ अधिकारियों ने एक पत्र भी जारी किया। सचिव नीतू उइके ने बताया कि सोमवार एक जून से 40 क्विंटल के ऊपर कपास से भरे बड़े ट्रक से सीसीआइ खरीदी नहीं करेगा। ट्रैक्टर, पिकअप, मिनीट्रक में आने वाले कपास की ही खरीदी होगी।

तीन दिन से खड़े हैं किसान


क्षेत्र के किसान रामकृष्ण बोबड़े, प्रभाकर मते, संजय वड़स्कार, गिरीश सोनेकर आदि ने कहा कि किसानों कपास तीन-तीन दिन तक नहीं खरीदा जा रहा। दूसरे राज्य से आने वाले बड़े वाहनो की वजह से दिक्कतें आ रहीं हैं। जिनिंग व्यवसायी जगह न होने की बात कह गाड़ी खाली नहीं करा रहे हैं। ऐसे में किसान कहां जाए। अधिकारी सुन नहीं रहे, नेता भी ध्यान नहीं दे रहे। मंडी में किसान बहुत परेशान है।

इनका कहना है
भाजपा के नेता दबाव बनाकर अधिकारियों से अपनी मर्जी से गाडिय़ां बुलवाकर कपास बिकवा रहे हैं। यही भाजपाई किसानों को भडक़ाकर आंदोलन कराते हैं। मंडी में किसान बहुत कम पेटी व्यापारी ज्यादा आ रहे हैं। लॉकडाउन के चलते प्रतिबंध के बावजूद सडक़ पर प्रदर्शन कैसे हुआ? प्रशासन कार्रवाई करे वरना मैं धरने पर बैठ जाउंगा।
विजय चौरे, विधायक सौंसर
दो दिन पहले किसानों की समस्याओं को लेकर मैं खुद अधिकारियों से मिला था, लेकिन प्रशासन व्यवस्था नहीं बना सका। किसान तीन दिन से परेशान हो रहे हैं। जिनिंग वालों ने खरीदी से मना कर दिया है। प्रशासन पूरी तरह भाजपा के दबाव में है। आज भी मैंने एसडीए, तहसीलदार को फोन लगाया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। प्रतिबंध के बाद मंडी के सामने सडक़ पर बैठकर मेरी गाड़ी को रोका गया। यह सब भाजपा के ईशारे पर हो रहा है। प्रशासन फिर से रेत माफिया और कपास माफिया से घिर गई है। इनके खिलाफ हम लड़ाई जारी रखेंगे।
अजय चौरे, पूर्व विधायक, सौंसर
कपास खरीदी में देरी को लेकर किसानों की समस्या थी। इस बीच पूर्व विधायक वहां से निकले तो किसानों ने उन्हें रोककर अपनी बात रखी। हमने गायत्री जीनिंग और सौंसर जीनिंग में 25-25 और बेरडी स्थित कैलाश कपास जीनिंग में 50 वाहनों से खरीदी करने कहा है। मंगलवार से मंडी में बड़े वाहनों को प्रवेश नहीं दिया। विधायक और पूर्व विधायक से किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा हुई है। उन्हें हल करने की कोशिश की जाएगी।
डॉ. अजयभूषण शुक्ला, तहसीलदार
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