भाजपा के नेता दबाव बनाकर अधिकारियों से अपनी मर्जी से गाडिय़ां बुलवाकर कपास बिकवा रहे हैं। यही भाजपाई किसानों को भडक़ाकर आंदोलन कराते हैं। मंडी में किसान बहुत कम पेटी व्यापारी ज्यादा आ रहे हैं। लॉकडाउन के चलते प्रतिबंध के बावजूद सडक़ पर प्रदर्शन कैसे हुआ? प्रशासन कार्रवाई करे वरना मैं धरने पर बैठ जाउंगा।
विजय चौरे, विधायक सौंसर
दो दिन पहले किसानों की समस्याओं को लेकर मैं खुद अधिकारियों से मिला था, लेकिन प्रशासन व्यवस्था नहीं बना सका। किसान तीन दिन से परेशान हो रहे हैं। जिनिंग वालों ने खरीदी से मना कर दिया है। प्रशासन पूरी तरह भाजपा के दबाव में है। आज भी मैंने एसडीए, तहसीलदार को फोन लगाया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। प्रतिबंध के बाद मंडी के सामने सडक़ पर बैठकर मेरी गाड़ी को रोका गया। यह सब भाजपा के ईशारे पर हो रहा है। प्रशासन फिर से रेत माफिया और कपास माफिया से घिर गई है। इनके खिलाफ हम लड़ाई जारी रखेंगे।
अजय चौरे, पूर्व विधायक, सौंसर
कपास खरीदी में देरी को लेकर किसानों की समस्या थी। इस बीच पूर्व विधायक वहां से निकले तो किसानों ने उन्हें रोककर अपनी बात रखी। हमने गायत्री जीनिंग और सौंसर जीनिंग में 25-25 और बेरडी स्थित कैलाश कपास जीनिंग में 50 वाहनों से खरीदी करने कहा है। मंगलवार से मंडी में बड़े वाहनों को प्रवेश नहीं दिया। विधायक और पूर्व विधायक से किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा हुई है। उन्हें हल करने की कोशिश की जाएगी।
डॉ. अजयभूषण शुक्ला, तहसीलदार