छिंदवाड़ाPublished: Sep 21, 2019 06:48:47 pm
arun garhewal
बस स्टैंड क्षेत्र में आयोजित धरना आंदोलन
कमलनाथ सरकार पर बरसे नेता
छिंदवाड़ा. चौरई. प्रदेश भाजपा के आह्वान पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा चौरई नगर के बस स्टैंड क्षेत्र में आयोजित धरना आंदोलन में भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस नेताओं पर जमकर आरोप जड़ते हुए कहा कि कांग्रेस मप्र को बदहाल करने में जुटी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ वचनपत्र के वचनों को पूरा करने के बजाय ट्रांसफर उद्योग चलाकर पैसा कमाने में लगे हैं ।
भाजपा नेताओं ने सीएम के ओएसडी पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होकर भ्रष्टाचारियों को सरंक्षण देने के आरोप लगाये चौरई क्षेत्र के पूर्व विधायक पं. रमेश दुबे ने कहा कि प्रदेश में बारिश की वजह से तबाही मची है किसान परेशान हैं परंतु मुख्यमंत्री को वल्लभ भवन से निकलने की फुर्सत नहीं मिल पा रही है। 15 साल के भाजपा शासनकाल की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को बन्द कर रही है जिससे आमजनता परेशान हो चुकी है। इसके बाद भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चौरई के मुख्यमार्ग में रैली निकालकर कार्यक्रम स्थल पर ही चौरई एसडीएम को मप्र के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पूर्व विधायक पं. रमेश दुबे, प्रियवर सिंह्र, गोलू नागरे, राजू दीक्षित, शैलेन्द्र पटेल लखन वर्मा, रामदयाल पटेल दानसिंग पटेल, सुरेश शर्मा, बलवंत वर्मा, संजय सुकांत, मोहन वर्मा, नेमी जैन श्याम पटेल, अयोध्या सोनी जितेंद्र चौरे, पंकज साहू, नीलू निर्मलकर, दीपा राय, विमला सोनी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इन मुद्दों पर सौंपा ज्ञापन
भाजपा द्वारा प्रदेश में अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों और आमजन को तुरन्त राहत पहुंचाने समेत बिना सर्वे कराये शत-प्रतिशत नुकसानी मानकर किसानों को 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने की मांग की है साथ ही फसल बीमा पर त्वरित कार्यवाही करने,कर्जमाफी से वंचित किसानों की मांग पूरी करने, अधिसूचित फसलों की खरीदी करने मंडी में किसानों को नगद भुगतान कराने, समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदी और गत वर्ष की भावान्तर राशि देने, गेंहू का बोनस देने 12 घंटे कृषि बिजली देने, प्रत्येक पंचायत में गौशाला खोलने किसान समनं निधि का शत-प्रतिशत पालन किसानों को बीज अनुदान देने पशुओं को बीमारी से बचाने अभियान चलाने एवम् बिजली के मामले में किसानों के साथ हो अत्याचार तुरंत बन्द करने की मांग मुख्य रूप से की गई है ।