खेती में सूक्ष्म सिंचाई की तकनीक सीखी
छिंदवाड़ाPublished: Mar 01, 2019 04:52:46 pm
कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत
खेती में सूक्ष्म सिंचाई की तकनीक सीखी
छिंदवाड़ा. कृषि विज्ञान केंद्र में एक महीने से चल रहे विशेष प्रशिक्षण का गुरुवार को समापन हो गया। इस प्रशिक्षण में माइक्रो इरिगेशन विषय पर तकनीशियनों को विस्तृत जानकारी दी गई और इसके जरिए भविष्य में खेती एवं उद्यानिकी के क्षेत्र में उत्पादन करने की ओर प्रेरित करने की सलाह दी गई।
छिंदवाड़ा में कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय कृषि कौशल परिषद नई दिल्ली के प्रायोजन में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया। एक महीने के रहवासी प्रशिक्षण में प्रदेशभर के तकनीशियनों ने हिस्सा लिया। समापन जिला उद्योग और व्यापार केंद्र के महाप्रबंधक आरडी प्रजापति की विशेष उपस्थिति में हुआ। उन्होंने अपने उद्बोधन में उद्यानिकी के क्षेत्र में सूक्ष्म सिंचाई के महत्व के बारे में बताया। साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को अपना स्वयं का उद्योग स्थापित करने के लिए संस्था से मिलने वाली आर्थिक मदद के बारे में बता कर उनका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. एसडी सावरकर ने एक माह के प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों की विभिन्न गतिविधियों की रूपरेखा रखी और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। डॉ. पीएल अम्बुलकर ने कहा कि इस प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को प्रायोगिक स्तर पर कर के दिखाना है। प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. आरके झाड़े ने बताया कि दो मार्च को इन प्रशिक्षणार्थियों के कौशल का मूल्यांकन नई दिल्ली से आने वाले परीक्षकों द्वारा किया जाएगा जिसमें उत्तीर्ण होने वाले प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे। इससे कि वे अपना खुद का व्यवसाय भी स्थापित कर सकते हैं। साथ ही शासन की सेवाओं में भी अपने कौशल का प्रदर्शन कर शासकीय स्तर पर भी स्थान प्राप्त कर सकते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में केंद्र प्रमुख डॉ. सुरेंद्र पन्नासे, वरिष्ठ वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन रहा।