इस प्रोजेक्ट को दिल्ली की कम्पनी नींव को दिया गया है और इसकी मॉनिटरिंग के लिए स्वतंत्र इंजीनियर की नियुक्ति भी की गई है। इस परियोजना की औपचारिकता पूर्ण होने पर अप्रैल में एलइडी लाइट का काम शुरू होना था, लेकिन कफ्र्यू के चलते यह टल गया। अभी एक जून से अनलॉक होते ही एजेंसी के कर्मचारियों ने काम शुरू किया। इसकी गति बारिश के चलते धीमी बताई गई है। निगम कर्मचारी भी स्वीकार कर रहे हैं कि इस परियोजना के लेट शुरू होने पर आम जनमानस को बारिश में राहत नहीं मिल पाएगी बल्कि इसके लिए कुछ माह का इंतजार करना पड़ेगा।
क्या है एलइडी प्रोजेक्ट
इस परियोजना में यह है कि छिंदवाड़ा शहर में इस समय विद्युत पोल पर पुराने लाइट की संख्या 15292 है जो प्रोजेक्ट के लागू होने के बाद 17405 हो जाएगी। अभी निगम की बिजली खपत 49 लाख यूनिट है। एलइडी लग जाने के बाद खपत घटकर 23 लाख यूनिट हो जाएगी। निगम का सालाना औसत खर्च 2.81 करोड़ के स्थान पर बिजली बिल केवल 1.29 करोड़ रुपए आएगा। इस प्रोजेक्ट पुराने परम्परागत लाइट जैसे सीएफ एल, सोडियम वैपर लैम्प, ट्यूबलाइट पूरी तरह बदल जाएंगे।
एलइडी लाइट लगाने का काम एजेंसी ने कुछ दिन पहले शुरू कर दिया है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में समान रूप से एलइडी लाइट लगाई जाएगी। बारिश में जनमानस को राहत देने के पूरे प्रयास होंगे।
– हिमांशु सिंह, आयुक्त नगर निगम