दहशत इतनी कि पूरे गांव के साथ अब अधिकारी भी मांगेगे भगवान से मदद
नवरात्र पर ग्राम पुत्रीखोह के मंदिर में वन कर्मचारी भी पहुंचकर करेंगे प्रार्थना
छिंदवाड़ा. पूर्व वनमण्डल के अंतर्गत पूर्व हर्रई रेंज के ग्राम जामुनपानी में तेंदुआ से बचाव के लिए अब ग्रामीणजन देवी को मनाएंगे। चैत्र नवरात्र पर ग्राम पुत्रीखोह के प्रसिद्ध देवी मंदिर में पूजा-अर्चन करेंगे। इस दौरान वन कर्मचारी भी पहुंचकर माता से इस वन्यप्राणी को जंगली क्षेत्र में जाने की प्रेरणा देने की प्रार्थनाएं करेंगे।
एक माह में 11 मवेशी को शिकार बनाने वाले दो तेंदुआ पिछले दो दिन से ग्रामीणजनों को नजर नहीं आ रहे हैं। फिर भी उनकी दहशत बनी हुई है। उनके कुण्डालीकलां होते हुए परतापुर के जंगलों में जाने की बात कही जा रही है। उनकी वापसी न होने के लिए ग्रामीणजन हर दिन अपने देवी-देवताओं को मनाते हैं। फिलहाल इस संकट से निजात दिलाने के लिए ग्राम पुत्रीखोह के देवी मंदिर में जाने के लिए लोग तैयार हैं। छह अप्रैल से नवरात्र प्रारम्भ हो रही है। नवरात्र पर हवन-पूजन किए जाएंगे।
क्षेत्रीय डिप्टी रेंजर वेदेहीशरण मिश्रा का कहना है कि जामुनपानी में दो दिन से तेंदुआ नजर नहीं आया है। वन विभाग के कर्मचारी नियमित गांव पर नजर रखे हुए हैं। अब नवरात्र में ग्राम पुत्रीखोह के देवी मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चन कर प्रार्थनाएं करेंगे। ये तेंदुआ दोबारा इस गांव में नहीं जाएं। यहीं मातारानी से मनौती मांगेंगे।