वन्यप्राणियों की गणना, पगमार्क पहचानने के बताए तरीके
अमरवाड़ा. उप वन मंडल क्षेत्र अमरवाड़ा अंतर्गत रिजर्व रेंजों के जंगलों में वन प्राणियों की गणना के बारे में बुधवार को प्रशिक्षण दिया गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रशिक्षित रेंजर राजेंद्र सोलंकी ने अमरवाड़ा वन परिक्षेत्र एवं हिंदी वन परिक्षेत्र के अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से वन्य प्राणियों की गणना के संबंध में मार्गदर्शन दिया। वन अमला अमरवाड़ा, हर्रई, बटकाखापाख् छिंदी आदि क्षेत्रों के वन्य प्राणियों की गणना करेगा। विशेषकर दूल्हा देव वाघदेव के जंगल भुमका घाटी, चिलक अतरिया, छिंदी, सिद्ध बाबा, डूंगरिया नागरी, चोपना, रातेढ़ के वन्य बाहुल क्षेत्रों में चूने की मार्किंग कर भ्रमण करके गणना की जाएगी। गणना दल एवं स्वयंसेवकों को उप वन मंडल अधिकारी ने बताया कि बाघ मार्ग के साथ-साथ टाइगर, तेंदुआ, भालू, जंगली सूअर, हिरण, नीलगाय आदि प्राणियों के खरोच लेड़ी विस्टा की पहचान कर गणना करनी है। प्रतिदिन क्षेत्रवार गणना के लिए नियुक्त दल एवं कर्मचारियों की टीम बनाई गई। प्रशिक्षित रेंजर राजेंद्र सोलंकी के नेतृत्व में टीम ने जंगल का भ्रमण कर तेंदुए के पग मार्क जुटाए।