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आदमखोर की दहशत में ठहरा जनजीवन

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 12, 2018 12:13:07 am

Submitted by:

manohar soni

वन विभाग की सर्चिंग टीम और टिंक्वलाइजर गन भी नहीं दे सकी राहत, जंगल में बढ़ाए कैमरे और पिंजरे, वन विभाग ने जताया जल्द पकडऩे का भरोसा

Leopard panic in chhindwara

Leopard panic in chhindwara

छिंदवाड़ा/छिंदी. तीन मासूमों के बाद आदमखोर तेंदुआ मवेशी के शिकार की अपनी लय पर लौट आया। उसने ग्राम मोरढाना में बुधवार रात बछड़ा को निशाना बनाया। गुरुवार सुबह उसके अवशेष जंगल में दिखाई दिए। इस वन्यप्राणी को ढूंढने के लिए वन विभाग की सर्चिंग टीम हर सूचना पर चौकस रही और जंगल में तलाशी अभियान भी चलाया। पिंजरों, कैमरों और टिंक्वलर गन समेत अन्य संसाधन भी झोंक दिए। फिर भी अभी तक यह गिरफ्त में नहीं आया है। इससे अंचल के करीब २५ गांवों का जनजीवन दहशत में ठहर गया है।
लगातार पांचवे दिन गुरुवार को वन विभाग की सर्चिंग टीम, पेंच नेशनल पार्क और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अधिकारी-कर्मचारियों की नजर जंगलों में बनी रही। ग्राम मोरढाना निवासी मिरखू पिता जगराम की गाय के बछड़ा मृत अवस्था में जंगल में मिला और उसमें तेन्दुआ के दांत के निशान पाए गए।
दूसरी सूचना बीजाढाना के स्कूल ग्राउण्ड की थी, जहां खेल ग्राउण्ड में शिक्षक चुन्नीलाल परतेती ने पगमार्क देखे। तीसरी सूचना में ग्राम कुसीढाना की बालिका बसंती पिता मंगलशाह कवरेती ने तेंदुआ को झाडि़यों में छिपा देखा। इन तीनों स्थानों पर अधिकारी-कर्मचारियों ने पहुंचकर तलाशी अभियान चलाया। कहीं भी कुछ हासिल नहीं हो पाया।

कहीं कैमरे में नहीं आई तस्वीर
इस तेंदुआ की लोकेशन को ट्रेस करने के लिए वन विभाग द्वारा जगह-जगह 50 कैमरे लगाए गए लेकिन गुरुवार सुबह देखने पर कहीं भी उसकी कोई तस्वीर नहीं आ सकी। इसी तरह पिंजरे में बकरी को बांधकर रखा गया। फिर भी तेंदुआ उसे खाने नहीं आया। इससे वन अधिकारी-कर्मचारियों का सिरदर्द बना हुआ है। एसडीओ बीआर सिरसाम का कहना है कि कैमरे और पिंजरों के साथ सर्चिंग टीम हर सूचना की तस्दीक कर रही है। पेंच और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम को भी तेन्दुआ की तलाश है। ग्रामीणों को जगह-जगह सतर्क किया गया है।

इस तेंदुआ की लोकेशन को ट्रेस करने के लिए वन विभाग द्वारा जगह-जगह 50 कैमरे लगाए गए लेकिन गुरुवार सुबह देखने पर कहीं भी उसकी कोई तस्वीर नहीं आ सकी। इसी तरह पिंजरे में बकरी को बांधकर रखा गया। फिर भी तेंदुआ उसे खाने नहीं आया। इससे वन अधिकारी-कर्मचारियों का सिरदर्द बना हुआ है। एसडीओ बीआर सिरसाम का कहना है कि कैमरे और पिंजरों के साथ सर्चिंग टीम हर सूचना की तस्दीक कर रही है। पेंच और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम को भी तेन्दुआ की तलाश है। ग्रामीणों को जगह-जगह सतर्क किया गया है।

सर्चिंग टीम सक्रिय
&तेन्दुआ की तलाश में सर्चिंग टीम और पार्क की रेस्क्यू टीम जंगलों में सक्रिय है। उम्मीद है कि हम जल्द ही उसे अपनी गिरफ्त में ले लेंगे। ग्रामीणों की हर सूचना की तस्दीक की जा रही है।
यूके सुबुद्धि, सीसीएफ छिंदवाड़ा।

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