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छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, गाइडलाइन दरकिनार

locationछिंदवाड़ाPublished: Mar 05, 2019 11:20:42 am

Submitted by:

prabha shankar

अकादमिक सुधार में औपचारिकता निभा रहे जिम्मेदार

Teacher controversy

Teacher controversy

छिंदवाड़ा. विद्यार्थियों द्वारा अपनी अभ्यास कॉपियों में किए जाने वाले कार्यों की जांच कर मिलने वाली त्रुटियों में सुधार कार्य में शिक्षक और अधिकारी मात्र औपचारिकता निभा रहे हंै। शासन की गाइडलाइन का पालन नहीं करना इसकी वजह बताई जाती है। राज्य शिक्षा केंद्र ने इसके लिए जिला परियोजना समन्वयक की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई है और अकादमिक सुधार को गम्भीरता से लेने के निर्देश दिए हैं। राज्य शिक्षा केंद्र संचालक आइरीन सिंथिया जेपी के निर्देशानुसार अभ्यास पुस्तिकाओं एवं कॉपियों की जांच कर विभाग द्वारा की गई कार्रवाई गूगल शीट पर अपडेट करने के निर्देश दिए गए थे। इसमें अभ्यास पुस्तिका में त्रुटि सुधार, शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयास, बार-बार अभ्यास कराना, नहीं करने पर दंडित करना आदि गतिविधियों को अकादमिक सुधार के लिए किया जाना है, लेकिन भ्रमण के दौरान की गई कार्रवाई में केवल एससीएन की कार्रवाई दर्शाकर औपचारिकता निभाई जा रही है। उक्त मामला विभागीय निर्देशों के प्रतिकूल होने पर भी लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई जिलास्तर पर नहीं की गई है। शासन ने इसके लिए जिला परियोजना समन्वयक की सीआर में प्रतिकूल टीप लिखने की चेतावनी दी है।

स्कूल में शिक्षकों को सौंपे गए दायित्व
शिक्षकों का यह दायित्व है कि वह प्रत्येक विद्यार्थी के स्तर की जानकारी रखे तथा विद्यार्थी की दक्षताओं में सुधार के लिए प्रयास करें। साथ ही यह भी –
1. विद्यार्थियों से विषयवार कॉपी में अभ्यास कार्य के लिए शिक्षण के समय कक्षा कार्य और अभ्यास कार्य कराया जाना।
2. विद्यार्थी द्वारा किए गए कक्षा कार्य एवं अभ्यास कार्य की जांच शिक्षक द्वारा गम्भीरता पूर्वक प्रतिदिन किया जाना।
3. अभ्यास पुस्तिका में सही या गलत निशान लगाना ही नहीं, बल्कि लाल पेन से त्रुटि को चिह्नित कर सही स्वरूप जैसे शब्द, अंक या सुधार के लिए टीप लिखा जाना।
4. गणित या विज्ञान की किसी अवधारणा या प्रश्न हल करने मेेंं अपनाई गई प्रक्रिया में गलती हो तो उसे स्पष्ट करना तथा विद्यार्थियों को सुधार के लिए लिखना तथा जांच करना।
5. शिक्षक व विद्यार्थियों से उनके द्वारा किए गए प्रत्येक अभ्यास एवं कक्षा कार्य पर तिथि अंकित करने की आदत डालना।
6. विद्यार्थियों के अभ्यास कार्य की जांच कर अंत में हस्ताक्षर व तिथि अंकित करना।
7. शिक्षक डायरी में अभ्यास कराने की योजना और जांच उपरांत विद्यार्थियों की उपलब्धि भी अंकित करना।

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