छिंदवाड़ाPublished: May 29, 2019 05:13:30 pm
Sanjay Kumar Dandale
नगर में संचालित होने वाली अनेक कोचिंग सेंटर में बच्चे जान जोखिम में डालकर शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
Life is at risk
सौंसर. गुजरात के सूरत की घटना के बाद मंगलवार को प्रशासन ने सौंसर नगर की कोचिंग क्लासेस में अचानक पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नगर में संचालित होने वाली अनेक कोचिंग सेंटर में बच्चे जान जोखिम में डालकर शिक्षा ग्रहण कर रहे है। निरीक्षण के दौरान कोचिंग सेंटरों में अग्निशामक यंत्र, शौचालय, सीसीटीवी कैमरे, बिजली के तार खुले, आवागमन का एक ही रास्ता, खिड़कियां ना होना आदि अनियमितताएं पाई गई। हालांकि निरीक्षण के दौरान शिक्षा विभाग या फिर प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी नजर नहीं आया। कोचिंग सेंटरों में हुई जांच से इन अधिकारियों ने अपने आप को दूर रखा। मंगलवार को कोचिंग क्लासेस की हुई जांच के बाद में कोचिंग संचालकों एवं ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षकों में हडक़ंप मच गया है। निरीक्षण में सौंसर टीआई अनिल सिंह, नगर पालिका के उपयंत्री ए डी शर्मा, फायर एंड सेफ्टी टीम से पप्पू सिंग, पंकज सिंग ठाकुर ने कोचिंग क्लास और कंप्यूटर इंस्टीट्यूट में पहुंचकर बारीकी से चैकिंग की। चैकिंग के दौरान नागपुर रोड की इन्फोटेक कंप्यूटर सेंटर में अधिक अनियमितता पाई गई। प्रशासन की टीम ने तत्काल कोचिंग सुधार करने अन्यथा कंप्यूटर कोचिंग को बंद करने का नोटिस जारी करने की चेतावनी दी है।
टीआइ ने लगाई कोचिंग संचालक को फटकार : अधिकारियों द्वारा की गई जांच में नागपुर रोड की इन्फोटेक कंप्यूटर सेंटर में घोर अनियमितताएं पाई गई, जिसमें हवा के लिए वेंटिलेटर नहीं होना, अग्निशामक यंत्र नहीं, संकरा रास्ता, निकासी के लिए द्वार नहीं, कागजों की भरमार, क्षमता से अधिक बच्चे, बच्चों के लिए शौचालय आदि की अनियमितताएं पाई गई। जिस पर टीआइ के द्वारा कंप्यूटर कोचिंग बद करने या फिर सुधार करने लेकर संचालक को जमकर फटकार लगाई।
कोचिंग संचालक अपने सेंटरों पर लापरवाही और अनियमितता बरते हुए ठंूस-ठूंसकर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करा रहे हैं। बावजूद इसके शिक्षा विभाग और सौसर प्रशासन में बैठे अधिकारियों को बच्चों के जान के साथ में हो रहा खिलवाड़ नजर नहीं आ रहा है। सौसर क्षेत्रों में संचालित होने वाली कोचिंग सेंटर में अव्यवस्थाओं को लेकर कई बार स्थानीय प्रशासन को नागरिकों के द्वारा शिकायतें भी की गई है। परंतु प्रशासन के अधिकारियों ने किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। मंगलवार को टीआई अनिल सिंह के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में भी शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन के बड़े अधिकारी नदारद थे। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन के बड़े अधिकारियों को सौंसर क्षेत्र के कोचिंग सेंटर में पढऩे वाले बच्चों के जान से कोई लेना देना नहीं है।