बताया जाता है कि चिन्हित 46 स्कूलों को निजी स्कूलों की तरह हाइटेक बनाया जाएगा, जिसमें क्लास, लैब, खेल मैदान, शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार की योजनाओं पर कार्य किया जाएगा। बताया जाता है कि मिशन-1000 योजना में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 400 या इससे अधिक वाले स्कूलों को शामिल किया गया है। जबकि इसके पूर्व यह आंकड़ा 500 या इससे अधिक का था, लेकिन इससे नाममात्र के ही स्कूल शामिल हो पा रहे थे।
प्राचार्यों ने किया था एक्सपोजर विजिट –
अकादमिक सत्र 2019-20 में शैक्षणिक गुणवत्ता और प्रबंधन सुधार के उद्देश्य से जिले के 100 प्राचार्य तथा संयुक्त संचालक ने अलग-अलग दल बनाकर जिला मुख्यालय में संचालित पांच निजी स्कूलों को एक्सपोजर विजिट किया था। इस दौरान टीम ने अकादमिक, प्रबंधन, खेलकूद समेत अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया तथा रिपोर्ट तैयार की थी।
अकादमिक सत्र 2019-20 में शैक्षणिक गुणवत्ता और प्रबंधन सुधार के उद्देश्य से जिले के 100 प्राचार्य तथा संयुक्त संचालक ने अलग-अलग दल बनाकर जिला मुख्यालय में संचालित पांच निजी स्कूलों को एक्सपोजर विजिट किया था। इस दौरान टीम ने अकादमिक, प्रबंधन, खेलकूद समेत अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया तथा रिपोर्ट तैयार की थी।
इन ब्लाकों में स्कूलों का किया गया चयन – ब्लाक मिशन-1000 के तहत चिन्हित स्कूल 1. अमरवाड़ा 08 2. छिंदवाड़ा 09 3. चौरई 08 4. मोहखेड़ 07 5. पांढुर्ना 05
6. परासिया 07 7. सौंसर 02