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Lockdown: गरीबों तक पहुंच कम, सोशल मीडिया पर प्रचार ज्यादा

locationछिंदवाड़ाPublished: Apr 10, 2020 05:27:16 pm

Submitted by:

prabha shankar

Lockdown: समाजसेवियों की नजर से छूट रही इंदिरा नगर की गरीब बस्ती

Lockdown: less access to poor, more publicity on social media

Lockdown: less access to poor, more publicity on social media

छिंदवाड़ा/ कोरोना संक्रमणकाल में प्रशासन, समाजसेवी और राजनीतिक दल के कार्यकर्ता गरीब और जरूरतमंदों तक भोजन और किराना सामग्री पहुंचाने में लगे हैं, लेकिन उनकी नजर पीजी कॉलेज छात्रावास से लगी इंदिरा नगर की गरीब बस्ती पर नहीं पहुंच रही है, जहां के दिहाड़ी मजदूरों को उनकी सहायता की जरूरत है। उन्होंने शिकायत करते हुए प्रशासन का तत्काल ध्यान आकर्षित किया है।
इंदिरा नगर की नौशीन खान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी बस्ती में पूरे दिहाड़ी मजदूर हंै, जिनकी आजीविका घरों में बर्तन मांजने से लेकर निर्माण कार्य में मजदूरी से चलती है। लॉकडाउन से उनकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। प्रशासन की ओर से राशन दुकान से गेहूं-चावल उपलब्ध करा दिया गया है, लेकिन भोजन के लिए अन्य सामान की भी जरूरत होती है। शिकायत के अनुसार समाजसेवी संस्थाएं और कार्यकर्ता पीजी कॉलेज के नीचे कुछ घरों में दीनदयाल रसोई का भोजन बांटकर चल देते हैं। कॉलेज छात्रावास के पीछे की गरीब बस्ती में नहीं आ पा रहे हैं। इस बस्ती के दूसरे मजदूरों ने भी बताया कि घर में कैद रहने से सभी मजदूरों के हालात खराब हैं। इस स्थिति में उन्हें प्रशासन की मदद की अत्यधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जारी रहा तो उनके समक्ष अत्यंत दयनीय स्थिति बन जाएगी। इधर,नगर निगम आयुक्त राजेश शाही का कहना है कि इस गरीब बस्ती के लोगों को तुरंत दीनदयाल रसोई से भोजन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता गरीब
और जरूरतमंदों की कुछ बस्तियों में भोजन और किराना सामग्री बांट रहे हैं और उसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। जबकि छिंदवाड़ा शहर में कई ऐसे गरीब इलाके हंै, जहां ठीक ढंग से जरूरतमंदों तक भोजन पहुंच नहीं पा रहा है। यदि वे अपना ध्यान अपने क्षेत्र में फोकस करें तो पीजी कॉलेज छात्रावास के पीछे की गरीब बस्ती की तरह अन्य जरूरतमंद लोगों को पका भोजन और आवश्यक किराना सामग्री का मोहताज नहीं होना पड़ेगा।

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