मार्च तक 101 करोड़, इस साल होगा कम
पंजीयन विभाग द्वारा लॉकडाउन से पहले 18 मार्च तक वित्तीय वर्ष 2019-20 में 128 करोड़ रुपए के राजस्व लक्ष्य पर 101 करोड़ रुपए अर्जित किए गए थे। उसके बाद नए वित्तीय वर्ष 2020-21 में 14 मई तक पंजीयन कार्यालय बंद रहे। उसके बाद सरकारी आदेश पर खुले तो एक सप्ताह में पुराने सौदों पर तय रजिस्ट्री हो रही है। उपपंजीयक कार्यालय में एक हफ्ते का कारोबार 140 रजिस्ट्री का था। विभागीय अधिकारी मान रहे हैं कि वर्तमान हालात से गत वित्तीय वर्ष के राजस्व को प्राप्त करना काफी मुश्किल होगा।
पंजीयन विभाग द्वारा लॉकडाउन से पहले 18 मार्च तक वित्तीय वर्ष 2019-20 में 128 करोड़ रुपए के राजस्व लक्ष्य पर 101 करोड़ रुपए अर्जित किए गए थे। उसके बाद नए वित्तीय वर्ष 2020-21 में 14 मई तक पंजीयन कार्यालय बंद रहे। उसके बाद सरकारी आदेश पर खुले तो एक सप्ताह में पुराने सौदों पर तय रजिस्ट्री हो रही है। उपपंजीयक कार्यालय में एक हफ्ते का कारोबार 140 रजिस्ट्री का था। विभागीय अधिकारी मान रहे हैं कि वर्तमान हालात से गत वित्तीय वर्ष के राजस्व को प्राप्त करना काफी मुश्किल होगा।
पहले 68 स्लॉट, अब केवल 22 स्लॉट…
उपपंजीयक कार्यालय छिंदवाड़ा के मुताबिक कोरोना आपदा में प्रदेश सरकार ने रजिस्ट्री स्लॉट में कटौती कर दी है। इस समय हर दिन के लिए 22 स्लॉट हैं। उसमें से औसत 20 स्लॉट पर रजिस्ट्री हो रही है। पिछले साल 2019 के मई महीने में 68 स्लॉट थे। उसमें भी रजिस्ट्री कराने वालों की मारामारी होती थी। इससे शेष जिले का अंदाजा लगाया जा सकता है।
उपपंजीयक कार्यालय छिंदवाड़ा के मुताबिक कोरोना आपदा में प्रदेश सरकार ने रजिस्ट्री स्लॉट में कटौती कर दी है। इस समय हर दिन के लिए 22 स्लॉट हैं। उसमें से औसत 20 स्लॉट पर रजिस्ट्री हो रही है। पिछले साल 2019 के मई महीने में 68 स्लॉट थे। उसमें भी रजिस्ट्री कराने वालों की मारामारी होती थी। इससे शेष जिले का अंदाजा लगाया जा सकता है।
मार्केट धराशायी, डिजिटल की मदद
प्रापर्टी बाजार में आई गिरावट को रोकने के लिए बिल्डर्स डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद ले रहे हैं। बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव चौधरी का कहना है कि कोरोना आपदा से रियल स्टेट सेक्टर धराशायी हुआ है। इसके उबरने में लम्बा वक्त लगेगा। फिलहाल बिल्डर्स के सामने प्रापर्टी पर ग्राहकों का रुझान वापस लाना चुनौती है। इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद ले रहे हैं। इसके लिए कुछ कम्पनियां भी सामने आईं हंै।
प्रापर्टी बाजार में आई गिरावट को रोकने के लिए बिल्डर्स डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद ले रहे हैं। बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव चौधरी का कहना है कि कोरोना आपदा से रियल स्टेट सेक्टर धराशायी हुआ है। इसके उबरने में लम्बा वक्त लगेगा। फिलहाल बिल्डर्स के सामने प्रापर्टी पर ग्राहकों का रुझान वापस लाना चुनौती है। इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद ले रहे हैं। इसके लिए कुछ कम्पनियां भी सामने आईं हंै।
इनका कहना है
कोरोना आपदा से प्रापर्टी बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसका असर इस वित्तीय वर्ष 2020-21 की राजस्व आय पर पड़ेगा। अभी नाममात्र की पुराने सौदों की रजिस्ट्री हो रही है।
-एसएस मेश्राम, जिला पंजीयक
कोरोना आपदा से प्रापर्टी बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसका असर इस वित्तीय वर्ष 2020-21 की राजस्व आय पर पड़ेगा। अभी नाममात्र की पुराने सौदों की रजिस्ट्री हो रही है।
-एसएस मेश्राम, जिला पंजीयक